कहते हैं कि जब जहाज डूबने वाला होता है तो सबसे पहले चूहे निकलकर बाहर भागते हैं. अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के वक्त भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था. ये अलग बात है कि ये चूहा नहीं बल्कि RAT था. RAT यानी Ram Air Turbine. क्रैश होने से ऐन पहले एयर इंडिया के 787-8 ड्रीमलाइनर विमान के बाहर यह RAT नजर आया था. इससे विमानन एक्सपर्ट्स इस थ्योरी पर जोर दे रहे हैं कि हो न हो, विमान के दोनों इंजन फेल होने से ही ये हादसा हुआ था. एक्सपर्ट्स दो अन्य संभावित वजहों की तरफ भी इशारा कर रहे हैं.
12 जून की दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ी एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के महज 32 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिस बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में ये विमान क्रैश हुआ, वह हवाई अड्डे से महज 2 किलोमीटर की हवाई दूरी पर था. विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक शख्स विश्वास कुमार रमेश जीवित बच पाए. क्रैश की साइट पर भी कम से कम 30 लोग मारे गए जिनमें प्रशिक्षु डॉक्टर भी थे.
क्या होता है RAT?
क्रैश होने से ठीक पहले विमान का जो स्पष्ट वीडियो सामने आया, उसे देखकर कहा जा रहा है कि क्रैश से पहले ड्रीमलाइनर विमान का रैम एयर टर्बाइन यानी RAT खुला हुआ था. RAT दरअसल प्रोपेलर जैसा एक डिवाइस होता है जो विमान के पहियों के पास लगा होता है. यह विंड स्पीड यानी हवा की गति से इमरजेंसी के वक्त बिजली पैदा करता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसका खुलना तीन संभावनाओं की तरफ इशारा करता है. पहला, जब विमान के दोनों इंजन फेल हो जाएं. दूसरा, विमान में इलेक्ट्रॉनिक फेलियर हो जाए और तीसरा, जब हाइड्रोलिक फेलियर की नौबत आ जाए.
आवाज में छिपे सबूत!
विमान के वीडियो में सिर्फ विजुअल ही नहीं, आवाज भी क्रैश होने की वजह के बारे में काफी कुछ बता रही है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि वीडियो में विमान के दोनों इंजन की घरघराने वाली तेज आवाज सुनाई नहीं दे रही है. इसके बजाय सीटी जैसी हाई पिच वाली आवाज आ रही है. ऐसी आवाज RAT की होती है. एकमात्र जीवित यात्री विश्वास कुमार ने भी बताया है कि उन्होंने एक अजीब आवाज सुनी थी. ये आवाज शायद RAT के एक्टिव होने की थी. उन्होंने लाल और नीली रोशनी भी देखी थी, जो आपातकालीन बिजली और लाइट्स के चालू होने का संकेत था.
भारतीय वायुसेना के अनुभवी पायलट और एविएशन एक्सपर्ट कैप्टन एहसान खालिद ने बताया कि हादसे के दिन ही वीडियो देखकर उन्हें दोनों इंजन फेल होने का शक हो गया था. विमान एक तरफ झुका नहीं लग रहा था. हर किसी को यही आशंका है कि शायद दोनों इंजन फेल होने से ये हादसा हुआ है. हालांकि एक ही वक्त में पक्षियों के टकराने से दोनों इंजनों का फेल होना लगभग असंभव है.
डिजिटल शटडाउन?
कैप्टन खालिद ने कहा कि विमान सक्रिय रूप से उड़ान भर रहा था, लेकिन अपनी ऊंचाई मेंटेन नहीं कर पा रहा था. विमान की पावर दो तरह से कम हो रही थी. एक तो उसकी स्पीड घट रही थी, दूसरी वह ऊपर नहीं उठ पा रहा था. इसकी वजह से वह नीचे आकर क्रैश हो गया था. रैम एयर टर्बाइन का खुलना ये बताता है कि या तो विमान के दोनों इंजन फेल हो गए थे या फिर हाइड्रोलिक फेलियर हो गया था.
कैप्टन खालिद ने आगे बताया कि दोनों इंजन एक साथ, एक ही समय पर बंद हुए थे. अगर इसमें दो सेकंड का भी अंतर होता तो विमान एक तरफ झुक जाता. यह डिजिटल शटडाउन था जो सॉफ्टवेयर में शायद सेंसर की खराबी के कारण गलत सिग्नल की वजह से हुआ था. यह इलेक्ट्रिकल फेलियर का भी नतीजा हो सकता है.
टेढ़ा नहीं हुआ था विमान
एयरोस्पेस के प्रोफेसर डॉ. आदित्य परंजपे का भी कहना है कि ड्रीमलाइनर विमान को एक इंजन के साथ भी उड़ान भरने के लिए डिजाइन किया जाता है. अगर एक इंजन में खराबी आती है, तो दूसरा इंजन विमान को साधकर बैलेंस कर लेता है. इसमें विमान थोड़ा टेढ़ा हो जाता है, लेकिन इस क्रैश से पहले विमान बिल्कुल सीधा नजर आ रहा है. किसी तरफ झुका नहीं दिख रहा. यह दोनों इंजनों में एकसाथ पावर खत्म होने की तरफ इशारा करता है.
पक्षी टकराने की थ्योरी भी खारिज
ड्रीमलाइनर हादसे के बाद शुरू में आशंका जताई जा रही थी कि शायद पक्षियों के टकराने की वजह से इंजन बंद हो गए थे, लेकिन अब इसे खारिज कर दिया गया है. इसकी वजह ये बताई जा रही है कि रनवे पर किसी पक्षी के अवशेष नहीं मिले हैं. वीडियो में विमान के इंजनों के आसपास आग, चिंगारी या धुआं भी नहीं दिख रहा है.
हादसे की जांच जारी
अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान का यह हादसा न केवल तकनीकी खराबी की तरफ इशारा करता है बल्कि विमानन सुरक्षा पर गंभीर सवाल भी उठाता है. एक्सपर्ट्स अब इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इतनी भयावह त्रासदी की असल वजह क्या थी? इस दुखद घटना से उबरने की कोशिश कर रहे सभी लोगों की निगाहें जांच के नतीजों पर लगी हैं.