एयर इंडिया ने उड़ान सेवा के अलावा अन्य कार्यों से जुड़े पांच साल से अधिक की सेवा वाले स्थायी कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) पेश की है. इसके अलावा कंपनी के साथ पांच साल से कम समय से काम कर रहे कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक पृथक्करण योजना (वीएसएस) लाई गई है. विस्तारा के साथ विलय से पहले यह कदम उठाया गया है.
सूत्रों ने कहा कि वीआरएस योजना उन कर्मचारियों के लिए है, जिन्होंने कंपनी में पांच साल की सेवा पूरी कर ली है. वहीं स्वैच्छिक पृथक्करण योजना की पेशकश एयरलाइन में पांच साल से कम सेवा वाले कर्मचारियों के लिए की गई है. एयर इंडिया ने योजनाओं की पुष्टि की. हालांकि, इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी है. दोनों योजनाएं बुधवार को शुरू की गयी. संबंधित कर्मचारियों को वीआरएस/वीएसएस के लिए आवेदन करने के लिए एक महीने का समय दिया गया.
ढाई साल पहले कंपनी के निजीकरण के बाद से यह तीसरा मौका है जबकि एयर इंडिया अपने स्थायी कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना लेकर आई है. टाटा समूह ने जनवरी, 2022 में एयर इंडिया की कमान संभाली थी.
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