वायुसेना प्रमुख ने निभाया अपना वादा, थलसेना चीफ के साथ तेजस में भरी उड़ान

यहां एयरो इंडिया की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले सेना प्रमुखों की इस संयुक्त उड़ान से विश्व के प्रभावशाली देशों में भारतीय सेनाओं के मिलकर काम करने, प्रगति और बढ़ती ताकत का संदेश गया है. जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में कहा था कि वायुसेना प्रमुख ने उनसे वादा किया है कि वे जब तेजस उड़ाएंगे तो "मुझे भी साथ ले जाएंगे”.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बेंगलुरु:

वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल ए.पी. सिंह और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार को एक साथ एक ही लड़ाकू विमान में उड़ान भरी. वायुसेना और थलसेना प्रमुख ने स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में यह उड़ान भरी है. यह पहला अवसर है जब दोनों सेनाओं के प्रमुखों ने एक साथ स्वदेशी लड़ाकू विमान में उड़ान भरी है. तेजस देश में ही बना सिंगल इंजन लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट है. इस दौरान वायुसेना प्रमुख पायलट और थलसेना प्रमुख को-पायलट सीट पर थे.

यहां एयरो इंडिया की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले सेना प्रमुखों की इस संयुक्त उड़ान से विश्व के प्रभावशाली देशों में भारतीय सेनाओं के मिलकर काम करने, प्रगति और बढ़ती ताकत का संदेश गया है. जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में कहा था कि वायुसेना प्रमुख ने उनसे वादा किया है कि वे जब तेजस उड़ाएंगे तो "मुझे भी साथ ले जाएंगे”.

रविवार को एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने अपना यह वादा पूरा किया. उन्होंने जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ यह ऐतिहासिक उड़ान तेजस लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट के टू-सीटर ट्रेनर वर्जन में बेंगलुरु के येलहंका एयरबेस से भरी. इस उड़ान के दो प्रमुख संदेश माने जा रहे हैं. पहला सशस्त्र बलों में एकजुटता का प्रदर्शन और दूसरा स्वदेशी लड़ाकू विमानों में सेना प्रमुखों का पूर्ण विश्वास.

Advertisement

एशिया के अपनी तरह के सबसे बड़े शो 'एयरो इंडिया 2025' का आयोजन कर्नाटक के बेंगलुरु में एयर फोर्स स्टेशन, येलहंका में किया जा रहा है. ‘द रनवे टू ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज' की व्यापक थीम के साथ यह कार्यक्रम विदेशी और भारतीय फर्मों के बीच साझेदारी बनाने और स्वदेशीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए वैश्विक मूल्य श्रृंखला में नए मार्ग तलाशने के लिए एक मंच प्रदान करेगा. इस कार्यक्रम में एयरोस्पेस क्षेत्र से सैन्य प्लेटफार्मों की एक बड़ी श्रृंखला के हवाई और स्थिर प्रदर्शन दोनों शामिल हैं.

Advertisement

इस कार्यक्रम में विश्व के कई देशों के रक्षा मंत्री शामिल होंगे. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इसमें रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की गोलमेज बैठक, मंथन स्टार्ट-अप कार्यक्रम, शानदार एयर शो, भारतीय मंडप सहित एक विशाल प्रदर्शनी क्षेत्र और एयरोस्पेस कंपनियों का एक व्यापार मेला शामिल है.

Advertisement

'एयरो इंडिया 2025' की शुरुआत 10 फरवरी से होगी और यह 14 फरवरी, 2025 तक चलेगा. पहले तीन दिन (10, 11 और 12 फरवरी) व्यावसायिक दिन रखे गए हैं जबकि 13 और 14 फरवरी को सार्वजनिक दिन के रूप में निर्धारित किया गया है. सार्वजनिक दिवसों में आमजन इस अंतर्राष्ट्रीय आयोजन के साक्षी बन सकेंगे.

मित्र देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी की दिशा में बातचीत को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत, ‘ब्रिज- अंतर्राष्ट्रीय रक्षा वैश्विक जुड़ाव के माध्यम से सुगम बनाना' विषय पर रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेज़बानी करेगा. यह गतिशील भू-राजनीतिक स्थितियों और आपसी समृद्धि के मार्ग को समाहित करता है, जिसे सुरक्षा और विकास के साझा दृष्टिकोण वाले देशों के बीच सहयोग के माध्यम से जोड़ा जा सकता है.

Advertisement

इस कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और सचिव स्तर पर कई द्विपक्षीय बैठकें आयोजित की जाएंगी. इस दौरान मित्र देशों के साथ रक्षा और एयरोस्पेस संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने के लिए नए रास्ते तलाशे जा सकें.

Featured Video Of The Day
Language Dispute: हिंदी विरोध में स्टालिन ने रुपये के सिंबल को ही बदल दिया. सियासी पारा हाई