लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना पर आई स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम यानी SIT की रिपोर्ट के बाद AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को तुरंत पद से हटाने की मांग पीएम नरेंद्र मोदी से की है. NDTV से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, 'प्रधानमंत्री को तुरंत अजय मिश्रा टोनी को तुरंत मंत्री पद से हटाना चाहिए. हम लोग यह बात शुरू से कह रहे है कि यह सोची समझी साजिश है. किसानों के जुलूस में जाकर हत्या की गई है. अब जांच करने वाला ही यही बात कह रहा है. इस पूरे मामले को सदन में उठाएंगे और स्थगन (adjournment)नोटिस भी देंगे..' ओवैसी ने कहा, 'यह कैसे हो सकता है पिता को मालूम नहीं हो कि बेटा क्या कर रहा है? यह सब सुप्रीम कोर्ट की वजह से हो रहा है, इसीलिए सरकार इस सच्चाई को सामने लाई नहीं तो इसे भुला देते. यूपी की जनता इनका इंसाफ करेगी. '
गौरतलब है कि स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (SIT) ने कहा है कि लखीमपुर खीरी मामले में किसानों पर गाड़ी चढ़ाना एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी. मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है. मामले की जांच कर रही टीम ने जज को लिखा है कि आशीष मिश्रा के खिलाफ आरोपों को 'संशोधित' किया जाना चाहिए. मामले में आशीष मिश्रा और अन्य पहले ही हत्या और साजिश के आरोपों का सामना कर रहे हैं. जांच टीम चाहती है कि इसमें हत्या की कोशिश (attempt to murder)और अन्य आरोप भी जोड़े जाएं.
ऐसे समय जब सत्ताधारी बीजेपी, यूपी में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रही है, यह घटनाक्रम केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के लिए बड़ी परेशानी का संकेत है. अजय मिश्रा को हटाने की लगातार मांग के बावजूद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें कैबिनेट में बरकरार रखा है. लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर किसानों में तीखा गुस्सा है.लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को किसानों को विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई घटना में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी. कथित तौर पर आशीष मिश्रा द्वारा चलाई जा रही SUV के किसानों पर चढ़ने से चार किसानों की मौत हो गई थी. इसके बाद हिंसा भड़क उठी थी और एक पत्रकार सहित चार और लोगों को जान गंवानी पड़ी थी.