संघ प्रमुख मोहन भागवत को 'राष्ट्रपिता' बताने वाले ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन (AIIO) के प्रमुख डॉ. उमर अहमद इलियासी को फोन पर जान से मारने की धमकियां मिली है. इलियासी ने इसे लेकर दिल्ली पुलिस में में एक शिकायत भी दर्ज करवाई है. इलियासी ने पुलिस को बताया है कि देश और देश से बाहर से ऐसे कई कॉल आए हैं जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है. इलिसायी की इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. फोन पर मिल रही धमकियों को लेकर AIIO प्रमुख ने कहा कि चाहे जो भी हो जाए मैं संघ प्रमुख को लेकर दिए अपने बयान को वापस नहीं लूंगा.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा था कि सरसंघचालक मोहन भागवत का मस्जिद का दौरा और इमामों के संगठन के प्रमुख के साथ बैठक करना संघ के रूख से भटकाव नहीं है. उन्होंने कहा था कि संघ के रूख के बारे में कांग्रेस की समझ सही नहीं है और उसे ‘पश्चाताप' करना चाहिए.
आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कांग्रेस के उस बयान की आलोचना की थी. जिसमें विपक्षी दल ने कहा था कि उसकी ‘भारत जोड़ो यात्रा' का यह प्रभाव है कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत इमामों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के पास पहुंच गए. तीन मूर्ति चौक पर 104 वें हाइफा विजय दिवस समारोह से इंद्रेश कुमार ने संवाददाताओं से कहा था कि संघ के रूख में कोई बदलाव नहीं आया है, वह पूर्ववत है और आगे भी यही रहेगा तथा यह शाश्वत है.
कुमार ने कहा था कि लोगों ने इसे गलत समझा है क्योंकि उन्हें गुमराह किया गया है. गलतफहमी पैदा करने के प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भागवत की इलियासी से मुलाकात अल्पसंख्यक समुदाय के साथ संवाद करने के संघ की पहल का हिस्सा है, जिसकी शुरूआत 20 वर्ष पहले आरएसएस के तत्कालीन प्रमुख के. एस. सुदर्शन के नेतृत्व में हुई थी. कांग्रेस को संघ पर निशाना साधने के लिए ‘पश्चाताप' करना चाहिए। कुमार ने कहा कि अगर वह (कांग्रेस) पश्चाताप करती है, तब संघ उसकी गलतफहमी को दूर कर देगा.