- नील थॉम्पसन ने NDTV वर्ल्ड समिट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उभरते परिदृश्य पर अपनी बात रखी
- थॉम्पसन ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पारंपरिक आईटी सिस्टम से पूरी तरह अलग है
- थॉम्पसन ने कहा कि एआई सिस्टम जैसे-जैसे बेहतर होते जाएंगे, उपयोग और नियंत्रण में आसानी भी होगी
NDTV वर्ल्ड समिट के दूसरे दिन AI लैब के निदेशक नील थॉम्पसन ने अपनी बात रखी. आर्टीफीशियल इंटेलीजेंसी के उभरते परिदृश्य (Rise of the Machines: Command or Chaos) विषय पर बोलते हुए थॉम्पसन ने कहा कि हमने आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस में अफरातफरी का माहौल देखा है. एआई पुराने पारंपरिक आईटी सिस्टम से एकदम अलग है.थॉम्पसन एमआई की कंप्यूटर साइंस एंड आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस लैब में फ्यूचरटेक रिसर्च प्रोजेक्ट के डायरेक्टर हैं.
थॉम्पसन ने कहा, एआई सिस्टम जैसे जैसे और बेहतर होगा, यह ज्यादा आसान होगा, जो हम उससे अभी पाना चाहते हैं. AI Models पर थॉम्पसन ने कहा, ज्यादा स्मार्ट एआई सिस्टम नियंत्रणों के तरीकों को आसानी से दरकिनार कर सकते हैं. एआई की कमजोर क्षमताओं ने हमें बहुत ज़्यादा अफरातफरी से बचाया है, लेकिन ये क्षमताएं तेजी से विकसित हो रही हैं. फिलहाल, हमारे पास इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि ज्यादा सक्षम सिस्टम ज्यादा नियंत्रण वाले भी होंगे.
थॉम्पसन ने कहा, एआई सिस्टम जैसे जैसे और बेहतर होगा, यह ज्यादा आसान होगा, जो हम उससे अभी पाना चाहते हैं. AI Models पर थॉम्पसन ने कहा, ज्यादा स्मार्ट एआई सिस्टम नियंत्रणों के तरीकों को आसानी से दरकिनार कर सकते हैं. एआई की कमजोर क्षमताओं ने हमें बहुत ज़्यादा अफरातफरी से बचाया है, लेकिन ये क्षमताएं तेजी से विकसित हो रही हैं.
फिलहाल, हमारे पास इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि ज्यादा सक्षम सिस्टम ज्यादा नियंत्रण वाले भी होंगे. लेकिन मनुष्य ऐसी विवेकपूर्ण चीजों पर कितना टाइम लगाते हैं और एआई इन पर कितनी देर पर प्रतिक्रिया देता है, लेकिन हम गति के साथ इसकी शुद्धता और सटीकता पर भी आगे बढ़ रहे हैं.