अहमदाबाद में दर्दनाक विमान हादसे की जांच के लिए केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है. सोमवार को इस हाई लेवल मल्टी डिसीप्लिनरी कमेटी की पहली बैठक होगी. नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी. इस बैठक से हाई लेवल कमेटी एयर इंडिया के विमान हादसे की जांच की प्रक्रिया शुरू करेगा. शुक्रवार रात को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से इस कमेटी को गठित करने का आदेश जारी किया गया. मंत्रालय ने बताया कि दुर्घटना से कुछ सेकेंड पहले विमान के पायलट ने दोपहर 1.39 पर एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को मेडे कॉल किया था.
गृह सचिव की अध्यक्षता वाली हाई लेवल कमेटी के टर्म्स ऑफ रिफरेंस के मुताबिक, कमेटी जिन परिस्थितियों में एयर इंडिया का विमान हादसे का शिकार हुआ उसके हर पहलू की जांच करेगी. कमेटी यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि विमान हादसे के पीछे क्या कोई तकनीकी गलती थी, इंसानी गलती थी या फिर मौसम खराब होने की वजह से यह हादसा हुआ. कमेटी को 3 महीने के अंदर अपनी जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है.
मौजूदा एसओपी और गाइडलाइंस की भी होगी समीक्षा
इस तरह के हादसे भविष्य में ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए कमेटी मौजूदा स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर और गाइडलाइंस की भी नए सिरे से समीक्षा करेगी. साथ ही सरकार ने कमेटी को कहा है कि वो हादसों से निपटने के लिए स्टेकहोल्डर्स के इमरजेंसी रेस्पोंस व्यवस्था को भी नए सिरे से देखे.
नायडू ने कहा, "हमें उम्मीद है कि यह प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी. हमारे देश में भी सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं और आईसीएओ समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी बार-बार यह साबित किया है कि हमारे पास बहुत सख्त प्रोटोकॉल है, मजबूत प्रोटोकॉल है जिसका हम हर बार पालन करते हैं.''
1.39 पर भरी उड़ान, कुछ ही देर में कम होने लगी ऊंचाई
विमानन मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त एयर इंडिया के विमान के पायलट ने दोपहर 1.39 बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल को रेडियो पर मेडे कॉल किया था. यह कॉल फ्लाइट के कैप्टन सुमित सभरवाल ने किया था. सभरवाल 8,200 घंटे की उड़ान के अनुभव वाले लाइन ट्रेनिंग कैप्टन थे.
मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को लेकर उड़ान भरने वाले विमान ने दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरी और कुछ ही सेकंड में इसकी ऊंचाई कम होने लगी.
तकनीकी पहलुओं की जांच करेगा AAIB: केंद्रीय मंत्री
उच्च स्तरीय समिति के गठन के बारे में मंत्री ने कहा कि इसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों से तीन व्यक्ति शामिल हैं तथा वे लोग इस घटना की समग्र रूप से जांच करेंगे, जिनके बारे में सरकार को लगता है कि वे लोग इसमें काफी विशेषज्ञता ला सकते हैं. कमेटी में राज्य सरकारों के गृह विभाग के अधिकारियों के साथ साथ स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है.
नागरिक उड्डयन मंत्री के मुताबिक मंत्रालय का एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) विमान हादसे के पीछे के तकनीकी पहलुओं की जांच करेगा. AAIB अधिकारियों की टीम हादसे के घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर चुकी है.
ब्लैक बॉक्स जांच को दे सकता है महत्वपूर्ण दिशा: केंद्रीय मंत्री
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि कल शाम 5:00 बजे जो ब्लैक बॉक्स एक्सीडेंट साइट से रिकवर किया गया है, वह इस विमान हादसे की जांच को महत्त्वपूर्ण दिशा दे सकता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से विमान दुर्घटना से कुछ क्षण पहले क्या हुआ था, इसकी पूरी जानकारी मिल सकेगी.''
मंत्री ने कहा, ‘‘विमान दुर्घटना के बारे में जो भी सिद्धांत हैं, उनका विश्लेषण किया जाएगा.''
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात सरकार इसके साथ समन्वय कर रही है. वे दुर्घटना के समय से ही वहां मौजूद हैं और वे अपनी ओर से सभी आवश्यक प्रयास और उपाय कर रहे हैं, इसलिए डीएनए जांच में शवों की पहचान होने के बाद वे संबंधित परिवारों को सौंप दिए जाएंगे."