Farmers Protest: गणतंत्र दिवस पर किसान संगठनों की ओर से निकाली गई ट्रैक्टर रैली ने मंगलवार को झड़प का रूप ले लिया था. इसमें 300 पुलिसकर्मी घायल हुए . सिंघु बॉर्डर से लेकर ITO और लालकिला तक हंगामा हुआ. गणतंत्र दिवस के दिन हुए इस हंगामे को लेकर आरोप-प्रत्योरोपों का दौर चला. पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है. 200 लोगों को गिरफ्तार किया है. 22 केस दर्ज हुए हैं. 300 पुलिसवाले घायल हुए हैं. किसान संगठनों ने इस हिंसा से खुद को अलग करते हुए शांतिपूर्ण आंदोलन की बात कही है.
इस पूरे मामले को लेकर कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने भी ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था कि संविधान की मान्यता के पर्व पर देश की राजधानी के दृश्य लोकतंत्र की गरिमा को चोट पहुंचाने वाले हैं. याद रखिए देश का सम्मान है तो आप हैं. हिंसा लोकतंत्र की जड़ों में दीमक के समान है.जो लोग मर्यादा के बाहर जा रहे हैं वे अपने आंदोलन व अपनी मांग की वैधता व संघर्ष को ख़त्म कर रहे हैं.
सोचकर और देखकर मन बहुत ख़राब है ! हमें क्षमा करना पुण्य-पूर्वजों हमारी सोच,हमारे काम व हमारी व्यवस्था ने आपके बलिदानों से अर्जित गणतंत्र दिवस को दुख का दिन बना दिया. कोई एक पक्ष नहीं, एक देश के नाते हम सब ज़िम्मेदार हैं, हम सबने एक दूसरे को दुख पहुंचाया ! दुनिया हम पर हंस रही है.
बता दें कि किसान परेड के दौरान हिंसा, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और लालकिला की प्राचीर पर प्रदर्शकारियों द्वारा दूसरा झंडा फ़हराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोबड़े को पत्र लिखकर स्वत: संज्ञान लेने की मांग की है. विनीत जिंदल ने पत्र में लिखा कि लालकिला की प्राचीर पर प्रदर्शकारियों द्वारा दूसरा झंडा लगाना राष्ट्रीय झंडे का अपमान है. पत्र में मांग की गई है कि दूसरा झंडा फ़हराने, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की जाए.