Operation Sindoor: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया है. भारत ने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर तक जाकर आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तानाबूद कर दिए. मंगलवार-बुधवार की रात 25 मिनट के ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय सहित कई लॉन्च पैड और ठिकानों को तबाह कर दिया. भारतीय सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई में 70 से 100 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. पाकिस्तान से आए तबाही से मंजर भारतीय सैन्य बलों के शौर्य और पराक्रम का जीता-जागता सबूत हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद NSA डोभाल और जयशंकर की जोड़ी का मिशन
रात 1.30 बजे इस मिशन के पूरा होने के तुरंत बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर की जोड़ी एक अलग ही मिशन में जुटी रही. इन दोनों का यह मिशन ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के साथ-साथ भारतीय कूटनीतिक जीत के लिहाज बहुत जरूरी थी. समझिए अजीत डोभाल और एस जयशंकर की जोड़ी की मिशन की इनसाइट स्टोरी.
कई देशों के समकक्षों से अजीत डोभाल ने की बात
दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर दुनिया भर के तमाम देशों के अपने समकक्षों से बातचीत करने में जुटे. इस बातचीत का मकसद था आतंकवाद के खिलाफ चले भारतीय सैन्य बलों की कार्रवाई की जानकारी देना और साथ ही साथ सभी प्रमुख देशों को अपने साथ रखने का.
तनाव बढ़ाने का इरादा नहीं, पाकिस्तान ने कुछ किया तो मजबूती से देंगे जवाब
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने बुधवार को विभिन्न देशों के अपने समकक्षों से कहा कि भारत का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो वह ‘ढृढ़ता से जवाबी कार्रवाई' करने के लिए तैयार है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, सऊदी अरब के समकक्षों से की बात
डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब और जापान में अपने समकक्षों को पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे के खिलाफ भारत के मिसाइल हमलों के बारे में जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि डोभाल ने रूस और फ्रांस से भी संपर्क किया.
अजीत डोभाल ने विदेशी समकक्षों को क्या कुछ बताया
एक अधिकारी ने बताया, “एनएसए ने अपने समकक्षों को भारत की कार्रवाई और हमले के तरीके के बारे में जानकारी दी, जो कि सटीक, गैर-उकसावे वाला और संयमित था. उन्होंने (डोभाल ने) इस बात पर जोर दिया कि भारत का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर पाकिस्तान ऐसा फैसला करता है, तो वह दृढ़ता से जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.”
भारत की कार्रवाई नपी-तुली, किसी नागरिक को कोई क्षति नहीं
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से हुई बात के बारे में अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में जानकारी दी. बयान में दूतावास ने कहा, ‘‘भारत की कार्रवाइयां केंद्रित और सटीक रहीं हैं. ये नपी-तुली, जिम्मेदार और स्थिति को बढ़ावा न देने वाली थीं. किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया गया. केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया.''
डोभाल ने पहलगाम आतंकी हमले के बारे में भी बताया
दूतावास ने कहा कि अभियान को अंजाम देने के तुरंत बाद डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाइयों के बारे में जानकारी दी. बयान में कहा गया है कि आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक क्रूर और जघन्य हमले में 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी.
आतंकवाद के आरोप को नकारता रहा पाक, लगाए झूठे आरोप
वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, हमले में बचे लोगों की गवाही और अन्य साक्ष्य हैं जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं.'' दूतावास ने कहा, ‘‘यह उम्मीद की गई थी कि पाकिस्तान आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वाले बुनियादी ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करेगा.'' दूतावास ने कहा कि इसके बजाय, बीते पखवाड़े के दौरान पाकिस्तान इसे नकारता रहा और भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाए.
आतंकवाद के प्रति दुनया का बर्दाश्त नहीं करने का रवैया: जयशंकर
पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारत के हमले के कुछ घंटे बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि दुनिया को आतंकवाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनानी होगी. पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सैन्य हमले किए गए. पहलगाम हमले में 26 नागरिक मारे गए थे.
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