ओलिम्पियन पहलवान बजरंग पूनिया ने NDTV से बातचीत में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ उनका विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कार्रवाई नहीं की जाती, और इसके कुछ ही घंटे बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदर्शनकारियों को दूसरे दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया. यह जानकारी सूत्रों ने बुधवार को दी.
NDTV को मंगलवार को दिए इंटरव्यू में बजरंग पूनिया ने कहा था कि सरकार ने प्रदर्शनकारियों से गृहमंत्री अमित शाह के साथ शनिवार को हुई बैठक को गुप्त रखने के लिए कहा गया था. बजरंग पूनिया ने गृहमंत्री के साथ 'किसी भी तरह की सेटिंग' होने से भी इंकार किया और कहा कि प्रदर्शनकारी पहलवान अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे.
सूत्रों का कहना है कि NDTV पर प्रसारित इंटरव्यू के बाद बजरंग पूनिया को गृहमंत्री अमित शाह का फोन आया, जिन्होंने पहलवानों को एक और बैठक के लिए आमंत्रित किया. केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर के साथ यह बैठक इस समय जारी है.
बताया गया है कि बजरंग पूनिया ने गृहमंत्री से कहा है कि पहलवान कोई गुप्त बैठक नहीं चाहते.
गृहमंत्री की इस फोन कॉल के तुरंत बाद अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर पहलवानों को बातचीत का औपचारिक आमंत्रण दिया. मंगलवार देर रात 12:47 बजे ठाकुर ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, "सरकार पहलवानों से उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है... मैंने एक बार फिर पहलवानों को इसके लिए आमंत्रित किया है..."
पहलवानों की शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री के साथ देर रात हुई बैठक के बारे में बताते हुए बजरंग पूनिया ने कहा था कि गृहमंत्री ने आश्वासन दिया था कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच चल रही है.
बजरंग पूनिया ने कहा था, "विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है, यह जारी रहेगा... हम इसे आगे ले जाने की रणनीति बना रहे हैं... एथलीट सरकार की प्रतिक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं, और न ही सरकार हमारी मांगों पर सहमत हो रही है..."
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगट और सत्यव्रत कादियान के साथ रात 11 बजे एक घंटे से भी ज़्यादा समय तक मुलाकात की थी. बताया गया है कि गृहमंत्री ने पहलवानों को आश्वस्त किया था कि कानून सभी के लिए समान रहेगा. उन्होंने कथित तौर पर पहलवानों से कहा था, "कानून को अपना काम करने दीजिए..."
बैठक के दो दिन बाद जब सोमवार को पहलवान ने अपनी रेलवे की नौकरी पर लौट आए थे, तो ऐसी अटकलें सामने आने लगीं कि विरोध समाप्त हो गया है. बजरंग पूनिया ने इसका पुरज़ोर खंडन किया. उन्होंने साफ़ किया कि उन्होंने नौकरी से छुट्टी ली थी और दिल्ली के जंतर मंतर विरोध स्थल से हटाए जाने के बाद दस्तख़त करने के लिए सिर्फ़ एक दिन ऑफ़िस में रिपोर्ट किया था. उन्होंने कहा, "हम तब से अपनी नौकरी पर वापस नहीं गए..."
सात महिला पहलवानों, जिनमें एक नाबालिग पहलवान भी शामिल है, ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. दर्ज की गई 2 FIR में बृजभूषण शरण सिंह पर महिला एथलीटों को उनकी सांस की जांच के बहाने अनुचित तरीके से छूने, उन्हें टटोलने, अनुचित व्यक्तिगत सवाल पूछने और यौन संबंध की मांग करने का आरोप लगाया गया है.
पहलवान इस मामले की निष्पक्ष जांच और कुश्ती संघ प्रमुख के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह से दो बार पूछताछ की है और WFI के तीन से चार सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं. सूत्रों के अनुसार, बृजभूषण शरण सिंह के दिल्ली स्थित आवास के कुछ कर्मचारियों को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है.