एक रुपये राम के नाम, ये कोई हिंदुत्व संगठन का नारा नहीं है. बल्कि राजस्थान में कांग्रेस की छात्र इकाई (NSUI) द्वारा चलाया जा रहा अभियान है. राजस्थान में इस अभियान से कांग्रेस का भारतीय राष्ट्र छात्र संगठन BJP को टक्कर देना चाहता है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस राम मंदिर के बैंक अकाउंट का नंबर जनता के बीच बांटने का अभियान पहले ही चला रही है. कांग्रेस लोगों को सलाह दे रही है कि राम मंदिर का चंदा सीधे राम मंदिर के अकाउंट में डालो न कि किसी अन्य संगठन के हाथों में दिया जाना चाहिए.
ज़ाहिर है हिंदुत्व के इस अभियान का हिस्सा अब कांग्रेस किसी तरह बनना चाहती है. खासकर हिंदीभाषी राज्यों में जहां राजनीतिक रूप से ये मुद्दा प्रबल रहा है. कांग्रेसशासित राजस्थान में यह नारा गूंज रहा है, "एक रुपया राम के नाम जय श्री राम जय श्री राम आई रे आई NSUI आई". हिंदुत्व की परिभाषा से जुड़े ऐसे नारे अब राजस्थान में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन यानी NSUI लगा रही है. कांग्रेस का दावा है भाजपा से जुड़े संगठन राम मंदिर के नाम जो चंदा इकट्ठा कर रहे हैं, वहां वो कई जगह लोगों पर दबाव भी डाल रहे हैं.
NSUI कहती है कि उनका मक़सद चंदा इकट्ठा करना नहीं है, बल्कि सिर्फ जागरूकता अभियान चलना है. एनएसयूआई की राजस्थान शाखा के अध्यक्ष अभिषेक चौधरी (NSUI president Rajasthan Abhishek Chaudhary) का कहना है कि हम राम मंदिर का विरोध नहीं कर रहे हैं. लेकिन जो लोग भगवान राम के नाम पर जो लोग फर्जी नेतृत्व कर रहे हैं उसके खिलाफ हमारी लड़ाई है.
भोपाल से कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस लोगों के बीच राम मंदिर ट्रस्ट के बैंक खाते के नंबर बांट रही है. कांग्रेस का कहना है सिर्फ राम मंदिर के अकाउंट में पैसा डालो और किसी अन्य संगठन को चंदा मत दो. हाल ही में भोपाल में विहिप ने राम मंदिर के नाम चंदा इकट्ठा करना शुरू किया है.
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया (Rajasthan BJP president Satish Poonia) ने कहा कि कांग्रेस का मक़सद जागरूकता नहीं राजनीति है. लगता है कि राम मंदिर के अभियान पर अब तक भाजपा ने अपना हक़ माना था लेकिन लगता है अब कांग्रेस को भी इसका हिस्सा चाहिए.