विपक्ष ने I.N.D.I.A गठबंधन बनाने के बाद नारा भी गढ़ा- 'जीतेगा भारत'

टैग लाइन तय करने के लिए मंगलवार देर रात तक कई बार विचार करने के बाद तय किया गया है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और अब शिवसेना प्रमुख (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने सुझाव दिया था कि विपक्षी गठबंधन की एक हिंदी टैगलाइन होनी चाहिए.

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विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन की तय की टैग लाइन

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर मंगलवार को बेंगलुरु में हुई विपक्ष की बैठक में गठबंधन का नाम तय करने के बाद अब विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन की टैग लाइन भी तय कर दी है. I.N.D.I.A गठबंधन के तहत साथ आए विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन के लिए 'जीतेगा भारत' को अपना टैग लाइन तय किया है.

मिल रही जानकारी के अनुसार टैग लाइन तय करने के लिए मंगलवार देर रात तक कई बार विचार करने के बाद तय किया गया है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और अब शिवसेना प्रमुख (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने सुझाव दिया था कि विपक्षी गठबंधन की एक हिंदी टैगलाइन होनी चाहिए. लिहाजा, इस सुझाव पर गौर करते हुए इस गठबंधन की टैग लाइन तय की गई है. 

विपक्ष की बैठक में शामिल हुए 30 दल

गौरतलब है कि विपक्षी दलों की बैठक के बाद एक साझा प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि कि हमारी एकता को देखकर मोदी जी ने 30 पार्टियों की बैठक बुलाई है. पहले वे अपने गठबंधन की बात तक नहीं करते थे. वहीं राहुल गांधी ने कहा कि यह NDA और INDIA की लड़ाई है.

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खरगे ने कहा था कि लोकसभा चुनाव प्रचार के प्रबंधन के लिए दिल्ली में साझा सचिवालय बनाया जाएगा. साथ ही उन्‍होंने बताया कि विपक्षी गठबंधन में 11 सदस्यों की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी और महाराष्ट्र के मुंबई में होने वाली अगली बैठक में इसके सदस्यों के नामों की घोषणा की जाएगी. 

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विपक्षी दलों ने अपने मोर्चे का नाम 'INDIA'यानी इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव अलायन्स रखा है. बेंगलुरु में दो दिन तक चली बैठक में यह फैसला लिया गया. इस दौरान कई नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा था कि बेंगलुरु में बैठक का उद्देश्य देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाना है. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुग खरगे ने 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले रणनीति पर चर्चा करने के लिए हो रही 26 विपक्षी दलों की बैठक में मंगलवार को कहा था कि कांग्रेस की सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है.

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इस बैठक के दूसरे दिन कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए. बैठक के लिए पहुंचने पर लालू प्रसाद यादव ने संवाददाताओं से कहा था कि अब केंद्र सरकार की विदाई करनी है.

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