टेक्नोलॉजी और आईटी कंपनियों के कर्मचारियों का वक्त खराब (Cisco Lay Off) चल रहा है. एक के बाद एक बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन, सोशल मीडिया कंपनी मेटा और ट्विटर के बाद आईटी कंपनी सिस्को (Cisco) अपने 4000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है. सिलिकॉन वैली बिजनेस जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार सिस्को में 83000 कर्मचारी हैं. इनमें से 4100 कर्मचारियों की छंटनी होगी. यह कंपनी के कुल कर्मचारियों का लगभग 5 फीसदी है.
सिलिकॉन वैली बिजनेस जर्नल के अनुसार, प्रभावित कर्मचारियों ने कंपनी में छंटनी के बारे में पोस्ट करने के लिए दिलेऑफ डॉट कॉम और ब्लाइंड पोर्टल का सहारा लिया. ब्लाइंड पर एक कंपनी के कर्मचारी ने कहा, 'सिस्को भी छंटनी से प्रभावित!' कर्मचारी ने लिखा, 'तत्काल (सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग) रेफरल की तलाश में. किसी भी मदद की ईमानदारी से सराहना की जाएगी. धन्यवाद.'
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ ने नई नौकरियों के बारे में सुझाव मांगे तो कुछ ने सेवरेंस पैकेज के बारे में जानकारी मांगी. रिपोर्ट पर सिस्को ने सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन एक बयान में कहा कि हमने इस निर्णय को हल्के में नहीं लिया है. हम उन प्रभावितों को व्यापक समर्थन की पेशकश करेंगे, जिसमें उदार सेवरेंस पैकेज शामिल हैं.
पिछले महीने अपनी पहली तिमाही की आय रिपोर्ट (2023 की पहली तिमाही) में सिस्को ने राजस्व में 13.6 अरब डॉलर की सूचना दी थी, जो साल-दर-साल 6 प्रतिशत अधिक है. सिस्को के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चक रॉबिन्स ने कर्मचारियों की छंटनी के बारे में कोई विवरण नहीं दिया. उन्होंने कहा कि जब तक हम उनसे बात करने में सक्षम नहीं हो जाते, तब तक वह बहुत अधिक विस्तार में जाने के लिए अनिच्छुक होंगे.
जानकारों का कहना है कि टेक कंपनियों में इंसानों की जगह रोबोट ले रहे हैं. दुनिया की ज्यादातर कंपनियां कई यूनिट में रोबोट का इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है. इससे इंसान की जरूरत कम हो रही है. यह छंटनी की बड़ी वजह बन रही है.
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