अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के अनुरोध पर तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने उसे पॉल थेरॉक्स की किताब 'द ग्रेट रेलवे बाजार' की एक कॉपी दी. जेल सूत्रों ने शनिवार को समाचार एजेंसी एएनआई को यह जानकारी दी. तिहाड़ जेल के सूत्रों ने कहा, जेल में बंद हत्या के आरोपी आफताब ने पुलिस से जेल के अंदर पढ़ने के लिए एक अंग्रेजी उपन्यास देने का अनुरोध किया था.
दिल्ली पुलिस ने आफताब को अमेरिकी उपन्यासकार पॉल थेरॉक्स का यात्रा वृतांत (travelogue) 'द ग्रेट रेलवे बाजार: बाय ट्रेन थ्रू एशिया' मुहैया कराया है. सूत्रों ने कहा कि जेल अधिकारियों ने उन्हें यह किताब इसलिए दी क्योंकि यह अपराध पर आधारित नहीं है और इसमें ऐसी सामग्री नहीं है जसकी वजह से वह दूसरों को या खुद को नुकसान पहुंचा सके.
पुलिस के मुताबिक, आफताब जेल में ज्यादातर समय शतरंज खेलता है. जेल अधिकारियों ने कहा, "पूनावाला शतरंज की चालें चलाकर समय बिताता है. वह अक्सर अकेले और कभी-कभी दो साथी कैदियों के साथ खेलता है."
सूत्रों के मुताबिक, "आफताब शतरंज का शौकीन है. वह अलग-अलग रणनीति तैयार करता है और बोर्ड को दोनों सिरों से खेलता है." सूत्रों ने कहा, "वह इस खेल में एक अच्छा खिलाड़ी है."
आफताब की सेल में उसके साथ रहने वाले दो विचाराधीन कैदी हैं जो कि चोरी के एक मामले में आरोपी हैं. सूत्रों के मुताबिक उन्हें उस पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है.
जेल सूत्रों ने यह भी बताया कि आफताब खुद के खिलाफ अपनी चाल की योजना बनाता है. दिल्ली पुलिस को शुरू से ही इस बात का शक था. आफताब बहुत चालाक है. उसकी हर चाल एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा लगती है, जैसे कि वह खेल रहा हो दोनों छोर से अकेले...
इससे पहले, एएनआई से बात करते हुए मामले के जांचकर्ताओं में से एक ने कहा कि आफताब ने पूरी तरह से उसका पालन किया था जो पुलिस ने उसे करने के लिए कहा था. उसने अपना अपराध कबूल कर लिया, पुलिस के साथ सहयोग किया और पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के लिए राजी हो गया. लेकिन अब पुलिस को उसके 'अच्छे' व्यवहार पर शक होने लगा है.
दिल्ली पुलिस आफताब के 'आज्ञाकारी' व्यवहार के अलावा उसके 'पूर्वाभ्यास' वाले जवाबों पर भी शक जता रही है. अधिकारियों ने कहा, "आफताब का व्यवहार और अच्छा आचरण सवालों के घेरे में है. हर सवाल का एक जवाब कैसे हो सकता है? ऐसा लगता है कि आरोपी ने पहले ही जवाबों का अभ्यास कर लिया है."
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि, हालांकि पूछताछ के दौरान, आफताब ने कबूल किया कि उसने श्रद्धा के शरीर को काटने के लिए एक चीनी चॉपर का इस्तेमाल किया.
दिल्ली पुलिस आफताब के दिमाग को पढ़ने के लिए ब्रेन मैपिंग कर सकती है ताकि यह पता लगाया जा सके कि अंदर क्या चल रहा है. पुलिस ने कहा, "हम अभी भी डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद ही ब्रेन मैपिंग टेस्ट पर विचार किया जाएगा."
शुरुआत में आफताब मुंबई पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन, मामला दिल्ली पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आने के बाद उसने अपना जुर्म कबूल करना शुरू कर दिया. पुलिस का कहना है कि उन्हें संदेह है कि यह उनकी "कुटिल" योजना का हिस्सा है.
जानकारी के अनुसार, जेल अधिकारियों ने आफताब पूनावाला के जेल क्वार्टर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है. उसके बैरक के बाहर एक अतिरिक्त गार्ड तैनात किया गया है. खास तौर पर दिल्ली के रोहिणी में फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) के बाहर श्रद्धा के इस कथित हत्यारे को ले जा रही एक जेल वैन पर हमले के बाद यह कदम उठाया गया है.
तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने यह भी कहा है कि जेल के अंदर आफताब पर खतरे को देखते हुए उसकी कोठरी के आसपास विशेष निगरानी रखी जा रही है. आफताब न तो किसी से ज्यादा बात करता है और न ही घुलता-मिलता है.
जेल अधिकारियों के मुताबिक आफताब को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. जेल सूत्रों ने कहा, "उसकी हरकत से ऐसा लगता है कि श्रद्धा वालकर की हत्या भी उसकी शतरंज की रणनीतियों की तरह एक गहरी साजिश का हिस्सा थी."
पुलिस ने पहले कहा था कि आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने और उसके शरीर को काटने की बात कबूल कर ली थी और वह सवालों के भ्रामक जवाब दे रहा था.