भारत को डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाएंगी अदाणी डिफेंस की 2 फैक्टरियां, बालाकोट एयरस्ट्राइक की 5वीं वर्षगांठ पर उद्घाटन

गोला-बारूद और मिसाइलों के निर्माण के लिए बनी अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस की अत्याधुनिक फ़ैक्टरियां भारत में निजी क्षेत्र में अपनी तरह की पहली फ़ैक्टरियां हैं, और भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि हैं.

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अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस अदाणी समूह की प्रमुख रक्षा कंपनी है.
नई दिल्ली:

भारत में निजी क्षेत्र के अग्रणी रक्षा निर्माता अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस की दो बड़ी फ़ैक्टरियों का सोमवार को उद्घाटन किया गया. गोला-बारूद और मिसाइलों के निर्माण के लिए बनी ये अत्याधुनिक फ़ैक्टरियां भारत में निजी क्षेत्र में अपनी तरह की पहली फ़ैक्टरियां हैं, और भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि हैं. ये फ़ैक्टरियां देश की आत्मनिर्भरता और तकनीकी प्रगति को अहम सम्बल प्रदान करेंगी.

दक्षिण एशिया की इन सबसे बड़ी फ़ैक्टरियों का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, मध्य कमान के कमांडर-इन-चीफ़ लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. राजा सुब्रमणि, मास्टर जनरल ऑफ सस्टेनेंस लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला द्वारा रक्षा मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया. सभी ने राज्य और देश को मज़बूत करने की दिशा में अदाणी डिफेंस के प्रयासों और योगदान को स्वीकार कर उसकी सराहना की.\

गौरतलब है कि इन फ़ैक्टरियों काउद्घाटन बालाकोट हवाई हमले 'ऑपरेशन बंदर' की पांचवीं वर्षगांठ पर हुआ, जो भारतीय वायुसेना का ऐतिहासिक ऑपरेशन था, जो बाहरी खतरों पर भारत की रणनीतिक दृढ़ता का प्रमाण था.

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कानपुर स्थित 500 एकड़ में फैली फ़ैक्टरी सबसे बड़ा एकीकृत गोला-बारूद विनिर्माण परिसर होगा. इसमें सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के लिए उच्च गुणवत्ता वाले छोटे, मध्यम और बड़े कैलिबर वाले गोला-बारूद का उत्पादन किया जाएगा. फ़ैक्टरी में छोटे कैलिबर वाले गोला-बारूद का उत्पादन शुरू हो चुका है. शुरुआत में 15 करोड़ राउंड बनाए जा रहे हैं, जो देश की कुल ज़रूरत का लगभग एक चौथाई हैं.

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इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "यह बहुत गर्व का क्षण है... यह फ़ैक्टरी उत्तर प्रदेश के औद्योगिक पॉवरहाउस में तब्दील हो जाने, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है... अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर में सबसे बड़ा निवेश किया है, जो वाइब्रैंट डिफेंस ईकोसिस्टम विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगा... भूमि आवंटन के 18 महीने के भीतर परिचालन शुरू हो जाना उत्साहजनक है... वह गर्व का क्षण होगा, जब इन फ़ैक्टरियो में बना गोला-बारूद और मिसाइलें देश को सुरक्षित रखने में मदद करेंगी..."

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मिसाइलों और गोला-बारूद के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा, "हाल की भू-राजनीतिक घटनाओं ने गोला-बारूद की आंतरिक स्रोतों से विश्वसनीय आपूर्ति की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है... इतने बड़े निवेश और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को स्वदेशी बनाने के अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के इरादों ने रणनीतिक सैन्य आपूर्ति के लिए भारतीय निजी उद्योग पर निर्भर रहने का विश्वास पैदा किया है... यह फ़ैक्टरी रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत के सफ़र में अहम मील का पत्थर है..."

अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस अदाणी समूह की प्रमुख रक्षा कंपनी है. यह मानवरहित खंड, काउंटर ड्रोन, खुफिया, निगरानी और टोही प्रौद्योगिकियों और साइबर रक्षा में अद्वितीय क्षमताओं को विकसित करने पर भी केंद्रित है.

इस मौके पर अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के CEO आशीष राजवंशी ने कहा, "इन गोला-बारूद और मिसाइल फ़ैक्टरियों की स्थापना आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ी छलांग है... 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के नियोजित निवेश के साथ इसका असर रक्षा क्षेत्र से कहीं आगे तक फैला हुआ है... इससे 4,000 से अधिक नौकरियां पैदा होंगी, जिससे MSME पर भी पांच गुना असर होगा और स्थानीय तंत्र को भी इससे अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा... हम सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हमारे प्रयास समावेशी और टिकाऊ हों, और आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को संरक्षित करते हुए विकास को बढ़ावा दें..."

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