अदाणी फाउंडेशन ने शेयर किया साथवारो मेले का वीडियो, कहा- लुप्त हो रही कलाओं को दिया मंच

अदाणी फाउंडेशन ने बताया कि मेले में 30,00,000 रुपये से अधिक का कारोबार हुआ. अदाणी ग्रुप के कर्मचारियों और उनके परिवारों समेत मेहमानों के बीच इस मेले के जरिए कुछ लुप्त हो रही कलाओं के प्रति जागरूकता पैदा हुई.

Advertisement
Read Time: 2 mins
अहमदाबाद:

अदाणी फाउंडेशन ने 14-15 सितंबर 2024 को अहमदाबाद के अदाणी शांतिग्राम में 'साथवारो मेले' के दूसरे संस्करण का आयोजन किया. इसमें विविध कला और शिल्प का प्रदर्शन किया गया. प्रोजेक्ट साथवारो अदाणी फाउंडेशन की एक पहल है, जिसका उद्देश्य भारत की कला और शिल्प की विरासत को संरक्षित करना है और साथ ही कारीगरों का उत्थान करना है. इस मेले के समापन के मौके पर अदाणी फाउंडेशन ने एक वीडियो शेयर कर मेले की झलकियां दिखाई हैं.

अदाणी फाउंडेशन ने पोस्ट में लिखा, "अहमदाबाद में अपने सथवारो मेले के दूसरे एडिशन का समापन किया गया है. इस आयोजन पूरे भारत से विविध कला और शिल्प रूपों को एक मंच पर लाने की कोशिश की गई. साथ ही प्रतिभाशाली कारीगरों को अपनी सुंदर कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच दिया गया."

अदाणी फाउंडेशन ने बताया कि मेले में 30,00,000 रुपये से अधिक का कारोबार हुआ. अदाणी ग्रुप के कर्मचारियों और उनके परिवारों समेत मेहमानों के बीच इस मेले के जरिए कुछ लुप्त हो रही कलाओं के प्रति जागरूकता पैदा हुई. इस मेले में 10 राज्यों के 80 से अधिक कारीगरों ने 43 स्टॉल लगाए.

अदाणी फाउंडेशन ने कहा कि मेले में उच्चस्तरीय चंदेरी और पटोला साड़ियां, जटिल सूनफ कढ़ाई वाले कपड़े, पत्थर की धूल से बनी पेंटिंग, किफायती मैक्रम की हैंडक्राफ्ट बैग, होम डेकोर, नेल क्राफ्ट, पीतल के बर्तन, टेराकोटा कलाकृतियां, ऑक्सीडाइज्ड और मनके की ज्वेलरी को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला.
 

(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

Featured Video Of The Day
7 साल से लगातार मैनहोल को बंद करने के बीएमसी के दावे क्यों हर बरसात में फेल हो जाते हैं?
Topics mentioned in this article