राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्रावासों की जर्जर हालत और जल संकट को लेकर रेक्टर अजय कुमार दुबे का गुरुवार को विश्वविद्यालय में घेराव किया. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि जेएनयू के विद्यार्थियों की समस्याओं के प्रति दुबे का रवैया संवेदनहीन और गैर जिम्मेदाराना है जो ‘असंवेदनशीलता और आपराधिक लापरवाही' को साफ तौर पर जाहिर करता है. एबीवीपी के कार्यकर्ता अंबुज ने कहा, “ एबीवीपी जेएनयू ने भ्रष्ट रेक्टर का घेराव कर प्रदर्शन किया और फेलोशिप, छात्रावासों की मरम्मत, जल संकट, 56 करोड़ रुपये का कोष, जेएनयू में पीएचडी के फॉर्म जारी करना, स्वास्थ्य केंद्र में विशिष्ट सेवा, ई-रिक्शा, रेलवे आरक्षण केंद्र और विद्यार्थियों से संबंधित अन्य मुद्दों पर जवाब की मांग की.
'' छात्र संगठन ने कहा कि दुबे का करीब दो घंटे तक घेराव किया गया और वह सुरक्षा कर्मियों की मदद से वहां से निकल गए. दुबे ने ‘पीटीआई-भाषा' की ओर से की गई फोन कॉल और संदेशों का कोई जवाब नहीं दिया. एबीवीपी ने कहा कि छात्र संगठन पिछले सात दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर है. अंबुज ने कहा, “ पूरा परिसर संकट में है जबकि भ्रष्ट रेक्टर अपने गैर सरकारी संगठनों के जरिए घोटाले करने में व्यस्त हैं.” वह दुबे के खिलाफ हाल में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का हवाला दे रहे थे.
जेएनयू शिक्षकों के एक वर्ग ने हाल में आरोप लगाया था कि दुबे विश्वविद्यालय के पते पर दो गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) का संचालन कर रहे हैं जो विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ है. अंबुज ने कहा, “ आज हमने अपने इरादों की एक झलक दिखाई है. अगर हमारी जायज मांगें नहीं मानी गईं तो हम जेएनयू के अक्षम प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को मजबूर होंगे.”