गोवा में कांग्रेस से कोई गठबंधन नहीं... AAP संयोजक का ऐलान, क्या बिखर रही विपक्षी एकता?

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गोवा में पार्टी कांग्रेस से किसी भी सूरत में गठबंधन नहीं करेगी. केजरीवाल का यह ऐलान बताता है कि विपक्षी दलों की एकता अब बिखड़ रही है.

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अरविंद केजरीवाल.
नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को 2027 के गोवा विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन से इनकार किया. केजरीवाल ने कहा, ‘‘किसी भी परिस्थिति में कांग्रेस के साथ 'आप' गठबंधन नहीं करेगी.'' दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उन दावों को खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा था कि पार्टी के कुछ कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं.

विपक्षी एकता बिखर रही

केजरीवाल का यह ऐलान साफ कर रहा है कि लोकसभा चुनाव के समय बना विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया एलांयस अब कमजोर हो रहा है. हालांकि संसद से मानसून सत्र की शुरुआत से पहले ही आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन से दूरी बनानी शुरू कर दी थी. गोवा चुनाव में अभी काफी समय बाकी है. लेकिन केजरीवाल को वहां से काफी उम्मीदे हैं.

केजरीवाल बोले- गोवा को कांग्रेस ने दिया सबसे ज्यादा धोखा

उन्होंने कहा कि गोवा के लोगों को सबसे ज्यादा कांग्रेस ने निराश किया और धोखा दिया है. कांग्रेस पिछले कुछ वर्षों में भाजपा को विधायकों की थोक आपूर्ति करने वाली कंपनी बन गई है. क्या कांग्रेस गोवा के मतदाताओं को यह आश्वासन दे सकती है कि भविष्य में कोई भी पार्टी विधायक भाजपा में शामिल नहीं होगा?

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "2017 और 2019 के बीच कम से कम 13 कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए. 2022 में, 10 कांग्रेस विधायक पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गए."

नई राजनीतिक व्यवस्था पेश करने का संकल्प

उन्होंने कहा कि अगर 'आप' कांग्रेस के साथ गठबंधन करती हैं, तो यह भाजपा को विधायक मुहैया कराने के बराबर होगा. हम ऐसी किसी भी कवायद का हिस्सा नहीं बनना चाहते, जिससे गोवा में भाजपा सरकार बनने में मदद मिले. केजरीवाल ने पुरानी राजनीतिक व्यवस्था को खत्म करके एक नई राजनीतिक व्यवस्था पेश करने का भी संकल्प लिया.

उन्होंने कहा, "यह भाजपा और कांग्रेस से जुड़ी एक सड़ी-गली राजनीतिक व्यवस्था है. अब समय आ गया है कि इस व्यवस्था को उखाड़ फेंका जाए और गोवावासियों को एक नया विकल्प दिया जाए."

उन्होंने पहले आरोप लगाया था कि राज्य के संसाधन चुनिंदा 13-14 राजनीतिक परिवारों के नियंत्रण में हैं, जो सत्ता में बने रहने, राज्य को लूटने और स्विस बैंकों में धन जमा करने के लिए लगातार दल बदलते रहते हैं.

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