आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के मानहानि नोटिस की कॉपी को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान फाड़ते हुए कहा कि वीके सक्सेना को मैं कहना चाहता हूं कि भारत का संविधान मुझे सच बोलने का अधिकार देता है. देश के सर्वोच्च सदन का सदस्य होने के नाते मुझे सच बोलने का अधिकार है. किसी चोर भ्रष्ट व्यक्ति के नोटिस भेजने से मैं रुकने और डरने वाला नहीं हूं. और ऐसे नोटिस को मैं 10 बार फाड़ कर फेंकता हूं.
बता दें कि शराब नीति को लेकर बीजेपी और आप में जोरदार गतिरोध चल रहा है. बीजेपी ने एक स्टिंग जारी करके केजरीवाल की शराब नीति में कमीशनखोरी का आरोप लगाया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि स्टिंग मास्टर का ही स्टिंग हो गया, घोटाले के एक आरोपी के पिता ने खोल दी पोल. इस पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी बहुत दिन से चिल्ला रही है कि घपला हो गया. कभी कहते हैं 1300 करोड़ रुपये, कभी 8,000 करोड़ रुपये, कभी 500, कभी 144 करोड़, कभी 30 करोड़. फिर सीबीआई से FIR कराई तो सीबीआई ने ढूंढ-ढूंढ कर दूर से कहीं से खींच कर दो कंपनी के बीच में हो रही वाइट डीलिंग को जबरदस्ती मेरे ऊपर थोपने की कोशिश की. संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार की शराब नीति सबसे बड़ा घोटाला है. उन्होंने आरोप ल गाया कि शराब नीति में कमीशन खोरी हुई है. पात्रा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शराब नीति में मोटा पैसा कमाया है. उन्होंने पूछा कि शराब ठेकेदारों का कमीशन क्यों बढ़ाया गया?