दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra pal Gautam) की उपस्थिति में आयोजित बौद्ध महासभा कार्यक्रम को लेकर विवाद हो गया है. इस विवाद में बीजेपी राजेंद्र पाल गौतम पर हिंदू देवी-देवताओं (Hindu deities) के अपमान का आरोप लगा रही है. मंत्री की मौजूदगी में हजारों लोगों को 'राम-कृष्ण' को भगवान ना मानने और कभी पूजा ना करने की शपथ लेने का वीडियो भी सामने आया है, जिसके बीजेपी ने कहा है कि यह बौद्ध और हिंदू धर्म मानने वालों को लड़वाने की कोशिश है. बीजेपी ने राजेंद्र गौतम से हिंदू समाज से माफी मांगने की भी मांग की है. बीजेपी की यह भी मांग है कि सीएम अरविंद केजरीवाल गौतम को बर्खास्त करें.
रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को विजयादशमी के दिन करोलबाग के रानी झांसी रोड स्थित आम्बेडकर भवन में राजेंद्र पाल गौतम की उपस्थिति में 'धम्म चक्र प्रवर्तन दिन' कार्यक्रम आयोजित हुआ. इसमें लोगों ने बौध धर्म की दीक्षा तो ली ही, लेकिन इस बात की भी शपथ ली कि वे हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करेंगे और न ही उन्हें ईश्वर मानेंगे. इसको लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को घेर लिया है. बीजेपी ने दिल्ली सरकार के मंत्री पर आरोप लगाया है कि उन्होंने लोगों को ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम और कृष्ण को ईश्वर ना मानने और इनकी कभी पूजा नहीं करने की शपथ दिलाई. बीजेपी नेताओं ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग हिंदू देवी-देवताओं को ईश्वर ना मानने और उनकी पूजा ना करने की शपथ लेते दिख रहे हैं.
बीजेपी ने आप मंत्री की भागीदारी की निंदा करते हुए इसे हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म का अपमान बताया है. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "आप के मंत्री दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. मंत्री को तुरंत पार्टी से बर्खास्त कर देना चाहिए. हम उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर रहे हैं. अगर अरविंद केजरीवाल एक्शन लेते हैं तो ठीक. अगर नहीं लेते हैं तो हम इस नफरत फैलाने वाले मामले को चाहे जिस स्तर तक लेकर जाना होगा... लेकर जाएंगे."
वहीं, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, 'राजेंद्र पाल गौतम कोई आम आदमी नहीं हैं. दिल्ली सरकार में केजरीवाल की लीडरशिप में मंत्री हैं. हिंदू देवताओं के प्रति जो असम्मान और अपमान उन्होंने किया है, वो क्षमा के काबिल नहीं है. अरविंद केजरीवाल अगर आप खुद को वास्तव में सेक्युलर मानते हैं, तो 24 घंटे के अंदर राजेंद्र पाल गौतम को बर्खास्त करिए.'
वहीं, विवाद बढ़ने पर राजेंद्र पाल गौतम ने सफाई भी दे दी है. गौतम ने कहा, 'भारत का संविधान हमें आजादी देता है. हम किस धर्म को मानें, किसको न मानें. इससे किसी को आपत्ति क्यों है. मुकदमा दर्ज कराना है कराएं. वो कर क्या सकते हैं. झूठे केस बना सकते हैं. जेल में डाल सकते हैं. उसके लिए तो हम तैयार हैं. बीजेपी की जमीन खिसक रही है. आम आदमी पार्टी से बीजेपी डरती है, क्योंकि आप ने आम आदमी के लिए काम किया है.'