पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) की लोक लुभावन घोषणाओं को लेकर निशाना साधते हुए प्रदेश कांग्रेस (Congress) प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने बुधवार को कहा कि नीतिगत ढांचे, निश्चित बजट आवंटन और कार्यान्वयन के ताने-बाने के बिना लोग सिर्फ जुबानी वादों के झांसे में नहीं आएंगे. उन्होंने कहा कि सच्चे नेता “लॉलीपॉप” नहीं देते हैं और इसके बजाए समाज और अर्थव्यवस्था की नींव बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कई तरह की रियायतों की घोषणा की है. सोमवार को पंजाब के दौरे के दौरान, उन्होंने वादा किया था कि अगर आप सत्ता में आती है, तो उसकी सरकार राज्य की प्रत्येक महिला के खाते में 1,000 रुपये प्रति माह डालेगी और उन्होंने इसे “दुनिया का सबसे बड़ा महिला सशक्तीकरण” कार्यक्रम करार दिया.
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इससे पहले वह हर घर के लिये 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, 24 घंटे जलापूर्ति, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और दवाओं का वादा कर चुके हैं. अमृतसर में संवाददाताओं से बात करते हुए सिद्धू ने युवाओं व महिलाओं समेत समाज के विभिन्न वर्गों से किए गए लंबे-चौड़े वादों को लेकर केजरीवाल को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की महिलाओं के लिये आर्थिक सहायता योजना व अन्य वादों को पूरा करने पर हजारों करोड़ रुपये की लागत आएगी और यह राज्य के बजट से ज्यादा है. उन्होंने कहा कि आप नेता लोगों को “लॉलीपॉप” बांट रहे हैं.
सिद्धू की यह टिप्पणी केजरीवाल के उस बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने लोक कल्याण के मुद्दे उठाने के लिये कांग्रेस नेता की तारीफ की थी. मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी द्वारा समाज के विभिन्न वर्गों के लिये की गई घोषणाओं पर सिद्धू ने कहा, “हमारे मुख्यमंत्री ने जो कहा है…पार्टी उसका समर्थन करती है और उसके साथ है.” उन्होंने कहा कि चन्नी ने दो महीने में वो किया है जो पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह साढ़े चार साल में नहीं कर सके. मुख्यमंत्री को पार्टी का समर्थन होने की बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “उनकी (चन्नी की) मंशा सही है.” बाद में सिद्धू ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि लोग “लोक लुभावन झांसों में नहीं आएंगे.”
उन्होंने कहा, “संप्रग सरकार ने भारत के समाज और अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए नीतियां बनाईं. आज पंजाब को अपनी अर्थव्यवस्था में नीति आधारित ढांचागत बदलाव की जरूरत है. नीतिगत ढांचे, निश्चित बजट आवंटन और कार्यान्वयन ताने-बाने के समर्थन के बिना लोग लोकलुभावन "योजनाओं" के झांसे में नहीं आएंगे.”कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकलुभावन योजनाएं लोकप्रिय मांगों पर बिना शासन और अर्थव्यवस्था पर कोई विचार किए त्वरित प्रतिक्रियाएं हैं. उन्होंने कहा, “इतिहास बताता है कि लोकलुभावन कदम लंबे समय में केवल लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं. सच्चे नेता लॉलीपॉप नहीं देंगे बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था की नींव बनाने पर ध्यान देंगे.”
सिद्धू ने कहा, “उधार के खेल लंबे समय तक नहीं चलते हैं, वे समाज पर कर्ज का अधिक बोझ डालते हैं और आर्थिक विकास को दबा देते हैं. पंजाब को नीति-आधारित ऋणमुक्ति की जरूरत है और जल्द ही हर पंजाबी अमीर और समृद्ध होगा जैसा कि हम पहले के समय में थे. पंजाब मॉडल ही आगे का रास्ता है.”
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