लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीटों का बंटवारा (AAP-Congress Alliance) हो गया है. दोनों दलों की सहमति से गुजरात की भरूच सीट पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी. कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अहमद पटेल (Ahmed Patel) की दावेदारी वाली भरूच सीट AAP (Bharuch Seat) को सौंपने पर बीजेपी ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला है. कांग्रेस से बीजेपी नेता बने जयवीर शेरगिल ने भरूच को AAP को सौंपे जाने को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह "शहजादे का बदला" है.
वहीं बीजेपी नेता अमित मालवीय का कहना है कि भरूच सीट AAP को देकर राहुल गांधी ने अहमद पटेल की विरासत को मिटाने और उनके परिवार को अपमानित करने की कोशिश की है. कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हुए अमित मालवीय ने कहा कि वह 'इस्तेमाल करो और फेंक दो' में विश्वास करते है."
"गांधीवादियों का 'इस्तेमाल करो और फेंको' में विश्वास"
अमित मालवीय ने अहमद पटेल की बेटी की एक्स पर किए गए पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, "कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अहमद पटेल और राहुल गांधी के बीच मतभेद किसी से भी छिपा नहीं है. भरूच को AAP को देना राहुल गांधी की पटले की विरासत को मिटाने और परिवार को अपमानित करने की कोशिश है. गांधीवादी 'इस्तेमाल करो और फेंको' में विश्वास करते हैं.'' बता दें कि भरूच जिले के पार्टी कैडर को संबोधित एक भावनात्मक पोस्ट में अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने उस निर्वाचन क्षेत्र पर पकड़ नहीं बना पाने के लिए माफी मांगी, जहां से उनके पिता ने अपनी शुरुआत की थी. पटेल ने यहां से 1976 में स्थानीय निकाय चुनाव लड़ा था.
"जिला कैडर से दिल से माफी मांगती हूं"
मुमताज पटेल ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "गठबंधन में भरूच लोकसभा सीट सुरक्षित नहीं कर पाने के लिए मैं हमारे जिला कैडर से दिल से माफी मांगती हूं. मैं माथ मिलकर आपकी निराशा शेयर कर रही हूं. हम कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए फिर से एकजुट होंगे. हम अहमद पटेल की 45 साल की विरासत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे. इस पोस्ट में उन्होंने हैशटैग भरूच की बेटी लिखा.
कांग्रेस का 'संकटमोचन' थे अहमद पटेल
अहमद पटेल को कांग्रेस का संकटमोचन कहा जाता था. उन्होंने गुजरात विधानसभा और संसद दोनों में गुजरात निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. पर्दे के पीछे उनकी भूमिका बहुत ही अहम रही. संकट के समय में कांग्रेस हमेशा उनकी तरफ ही देखती थी. बता दें कि साल 2020 में कोरोना संक्रमण की वजह से उनका निधन हो गया था. बता दें कि सीट-बंटवारा विपक्षी गुट INDIA के लिए किसी सिरदर्द से कम नहीं रहा. शनिवार को, कांग्रेस और AAP के बीच दल्ली में 4+3 के फॉर्मूले पर सहमत हो गए. गुजरात, हरियाणा, गोवा और चंडीगढ़ में दोनों मे मिलकर लड़ने का ऐलान किया. उत्तर प्रदेश में भफी कांग्रेस की सपा के साथ शीट शेयरिंग पर डील फाइनल हो चुकी है. कांग्रेस यूपी में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.