दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग से एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बीजेपी पर उनके 16 उम्मीदवारों को 15 करोड़ रुपये का ऑफर देने और मंत्री बनाने का आरोप लगाया था. अब इस मामले में आप आदमी पार्टी के खिलाफ जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इस मामले में दिल्ली भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को कानूनी नोटिस भेजकर इन आरोपों के बारे में विवरण और सबूत मांगे थे. लेकिन केजरीवाल ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया है.
ACB सूत्रों के मुताबिक ACB आनेवाले दिनों में अरविंद केजरीवाल, मुकेश अहलावत और संजय सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए दिल्ली पुलिस को लिखेगा. सूत्रों के मुताबिक आप नेताओं के खिलाफ, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने, पैनिक क्रिएट करने समेत अन्य उचित धाराओं में कार्रवाई की जा सकती है.
ACB ने केजरीवाल से मांगे थे सबूत
नोटिस में केजरीवाल से कथित खरीद-फरोख्त के प्रयासों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने को कहा गया था. इसमें उन 16 उम्मीदवारों के नाम भी मांगे गए थे, जिन्हें फोन कॉल आए, उनसे संपर्क करने वालों के फोन नंबर और इन दावों को पुष्ट करने के लिए कोई भी सहायक सबूत मांगा गया था.
केजरीवाल को दिए गए एसीबी के नोटिस में कहा गया था, ‘‘विभिन्न मीडिया/सोशल मीडिया मंचों पर आपके और आपकी पार्टी के सदस्यों द्वारा लगाए गए खरीद-फरोख्त के दावे/आरोपों का समर्थन करने के लिए सबूत प्रदान करें.'' नोटिस में संभावित कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है, जिसमें केजरीवाल से यह बताने के लिए भी कहा गया है कि ऐसे आरोप फैलाने वालों पर दिल्ली के लोगों में ‘‘दहशत और अशांति'' पैदा करने के लिए मुकदमा क्यों नहीं चलाया जाना चाहिए.
दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने आप के नेताओं के आरोपों की जांच एसीबी से कराने के आदेश दिए थे हालांकि, आप ने एसीबी की कार्रवाई की कड़ी आलोचना की थी और इसे चुनाव परिणामों से पहले पार्टी को डराने का प्रयास बताया था.
बता दें कि इस मामले में बीजेपी ने भी आप नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत दी हुई है.