दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है. बीजेपी अपने दो सीनियर और अनुभवी पार्षदों पर दांव लगाने जा रही है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एमसीडी चुनाव के लिए सरदार राजा इकबाल सिंह को मेयर उम्मीदवार और जय भगवान यादव को डिप्टी मेयर उम्मीदवार घोषित किया है. मेयर की रेस में बीजेपी के 5 सीनियर निगम पार्षद जयभगवान, योगेश वर्मा, संदीप कपूर, प्रवेश वाही और राजा इक़बाल सिंह के नाम आगे चल रहे थे. अब नाम का ऐलान भी हो गया है. एमसीडी में बीजेपी की जीत लगभग तय मानी जा रही है. आम आदमी पार्टी ने सोमवार को महापौर चुनाव को लेकर एक बड़ा एलान करते हुए कहा कि वह चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी. ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी का मेयर बनना लगभग तय माना जा रहा है.
AAP क्यों नहीं लड़ रही मेयर का चुनाव?
आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता को लेकर बीजेपी बहुत उतावली है. बीजेपी डरा धमकाकर आम आदमी पार्टी के पार्षद तोड़ ले गई है. लेकिन AAP ऐसी राजनीति नहीं करती. आतिशी ने कहा कि AAP दिल्ली की जनता के जनादेश का सम्मान करती है. दिल्ली ने जिनको जिताकर भेजा है उनका सम्मान करती है. तोड़फोड़ करने के बाद बीजेपी एमसीडी में मेजोरिटी में है. इसीलिए आम आदमी पार्टी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी.
बीजेपी के पास ट्रिपल इंजन की सरकार चलाने का मौका
आतिशी ने कहा कि मेयर का चुनाव लड़ने और जीतने के लिए आम आदमी पार्टी के पास भी पार्षद खरीदने बेचने और तोड़ने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है. लेकिन पार्टी इस तरह की राजनीति नहीं करती. आतिशी ने कहा कि अब बीजेपी एमसीडी में भी अपनी सरकार बनाए, दिल्ली में भी उसकी सरकार है और केंद्र में भी उसकी सरकार है. ट्रिपल इंजन की सरकार चलाने का मौका बीजेपी को मिल रहा है. अब ये उनकी ये जिम्मेदारी है कि सुरक्षा-व्यवस्था से लेकर बिजली, पानी स्कूल, अस्पताल और साफ सफाई तक दिल्ली से किए वादे वह पूरा करें.
बीजेपी की सत्ता हथियाने की बेचैनी दिख रही
वहीं सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस दिन से MCD का चुनाव दिल्ली में तय हुया है, तब से बीजेपी की सत्ता हथियाने की बेचैनी सबके सामने दिख रही है. चाहें लगातार भ्रष्ट तरीकों का इस्तेमाल करके मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव जीतने की कोशिश करना हो. अब उनके(भाजपा के) पास केंद्र में सरकार है, उनके पास उपराज्यपाल हैं, उनके पास दिल्ली सरकार है, और MCD भी उनके पास होगी, इसलिए अब उन्हें दिल्ली की जनता के सामने कोई बहाना नहीं बनाना चाहिए और उन्हें दिखाना चाहिए कि दिल्ली में पूरा प्रशासन कैसे चलाया जाता है.