आम आदमी पार्टी (आप) अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बगैर किसी गठबंधन के लड़ेगी. पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय हित से जुड़े मामलों पर समान विचारधारा वाले दलों के साथ रहेगी. AAP के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने गोवा में कहा कि उनकी पार्टी इस तटीय राज्य की दोनों सीटों सहित अगला आम चुनाव अकेले लड़ेगी.
बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव (2019) में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने गोवा में एक-एक सीट जीती थी. पाठक का यह बयान कांग्रेस द्वारा विपक्षी एकता को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच आया है. कांग्रेस नेताओं मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. खरगे ने वामपंथी नेताओं सीताराम येचुरी और डी राजा से भी बातचीत की है.
AAP के सबसे प्रमुख चेहरे अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री पद के लिए बतौर उम्मीदवार पेश किए जाने के संबंध में सवाल किए जाने पर पाठक ने कहा कि देश को तय करने दीजिए कि प्रधानमंत्री किन्हें बनना चाहिए. हम ऐसी चीजों में विश्वास नहीं करते हैं. पाठक ने कहा कि राष्ट्रहित के मुद्दों पर आप समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ रहेगी. उन्होंने कहा कि लेकिन चुनाव अलग बात है.
आप नेता ने गोवा में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए यहां अपने नेताओं के साथ कई बैठकें कीं. 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में आप के दो विधायक हैं. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में, AAP ने नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और केवल एक सीट जीती. जबकि 2014 में पार्टी को चार सीट मिली थी. पार्टी को सबसे अधिक 18.10 प्रतिशत मत राष्ट्रीय राजधानी में मिले थे.
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