आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब में अपने संगठन के ढांचे में अब तक का सबसे व्यापक और प्रभावशाली बदलाव करते हुए अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है. आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने कड़ी परख के बाद अब पंजाब में अपनी टीम को जन सेवा के लिए उतार दिया है. मनीष सिसोदिया ने राजनीति के पुराने समीकरणों को बदलते हुए पार्टी के अन्दर इतिहास का सबसे बड़ा बदलाव किया है. इस बदलाव में पार्टी ने अपने जमीन से जुड़े नेताओं से लेकर विधायकों को संगठन की मजबूती और सरकार की नीतियों को घर-घर पहुंचाने के लिए अहम जिम्मेदारियां सौंपकर मिशन 2027 की शुरूआत भी कर दी है.
मनीष सिसोदिया ने पिछले दो महीनों में हर गांव हर शहर में कार्यकर्ताओं और जनता से सीधा संवाद किया और संगठन विस्तार पर व्यापक रूप से काम किया. सिसोदिया ने सेवा भाव को संगठन में प्राथमिकता दी और सभी वर्ग के प्रतिनिधित्व का ध्यान रखा.
संगठन में बदलाव का बड़ा ऐलान करते हुए पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने बताया कि नई टीम में राज्य के पांच मौजूदा विधायकों को पार्टी के राज्य उपाध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा संगठन चलाने का अनुभव रखने वाले और जमीन पर हर वर्कर को साथ लेकर चलने वाले 9 नए पार्टी सचिव और महासचिव भी इस टीम में शामिल किए गए हैं. इसके साथ ही पंजाब के सभी 13 लोक सभा क्षेत्रों में 13 नए लोक सभा क्षेत्र अध्यक्षों की नियुक्ती की गई है. पंजाब के सभी 28 जिलों में पार्टी अध्यक्षों की नियुक्ति को अंतिम रूप दिया गया है. इन 28 अध्यक्षों की टीम में अधिकतर जिलों में नए, युवा और जनता के बीच सक्रिय रहने वाले चेहरों को शामिल किया गया है.
5 विधायकों को प्रांतीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी
आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने संगठन में व्य़ापक बदलाव को लेकर जो नई सूची जारी की है, उसमें माझा और दोआबा क्षेत्र में एक-एक विधायक को उपाध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी देने के अलावा मालवा को तीन जोनों में बांटकर तीन विधायकों को बतौर पार्टी उपाध्यक्ष की कमान सौंपी गई है. सूची के मुताबिक खडूर साहिब से पार्टी विधायक मनजिंदर सिंह लालपूरा को माझा जोन की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसी तरह से आदमपुर से विधायक डा. सुखविंदर सिंह सुखी को दोआबा क्षेत्र की कमान दी गई है. पार्टी ने मालवा में तीन विधायकों को बड़ी जिम्मेदारी है, जिसमें मालवा सेंटरल के लिए मोगा से विधायका अमनदीप कौर, मालवा ईस्ट के लिए चमकौर साहिब से विधायक चरनजीत सिंह और मालवा वेस्ट के लिए मुक्तसर साहिब से विधायक जगदीप सिंह काका बराड़ को प्रांतीय उपाध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी दी गई है.
चार महासचिव और पांच प्रांतीय सचिव
संगठन को जड़ से मजबूत करने के लिए पार्टी ने अपने पुराने और कद्दावर नेताओं पर एक बार फिर से भरोसा किया है और उन्हें राज्य के अन्दर बतौर सचिव और महासिचव की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सूची के मुताबिक पार्टी नेता हरचंद सिंह बरसट, सांसद मालविंदर सिंह कंग, दीपक बाली और डा. सन्नी सिंह आहलूवालिया को प्रांतीय महासचिव बनाया गया है. इसके अलावा दोआबा क्षेत्र से संदीप सैनी, माझा से गुरदेव सिंह लखना, मालवा सेंटरल से नवजोत सिंह जर्ग, मालवा ईस्ट से रणजोध सिंह हदाना और मालवा वेस्ट जोन में इन्द्रजीत सिंह मान को बतौर प्रांतीय सचिव की अहम जिम्मेदारी पार्टी ने सौंपी है.
सभी 13 लोक सभा क्षेत्रों में प्रभारियों की तैनाती
आम आदमी पार्टी ने पंजाब के सभी 13 लोक सभा क्षेत्रों में संगठन की मजबूती के लिए भी बड़ा कदम उठाया है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी पार्टी ने लोक सभा क्षेत्रों में लोगों से सीधा संपर्क साधने के लिए अपने अलग से प्रभारी लगाए हैँ. पार्टी ने होशियारपुर लोक सभा क्षेत्र में कर्मजीत कौर, जालंधर में रमनीक सिंह लक्की रंधावा, अमृतसर में जसकरण बादेशा, गुरदासपुर में राजीव शर्मा, खंडूर साहिब में रणजीत चीमा, फरीदकोट में सुखजिंदर सिंह काऊनी, फतेहगढ़ साहिब में प्रदीप खालसा, लुधियाना में शरणपाल सिंह मक्कड़, आनंदपुर साहिब में कुलजीत सरहाल, पटियाला में बलजिंदर ढिल्लों, संगरूर में गुरमेल सिंह घराचों, बठिंडा में नवदीप सिंह जीदा और फिरोजपुर लोक सभा क्षेत्र के लिए जगदेव सिंह बम को लोक सभा इंचार्ज के रूप में जिम्मेदारी है.
पंजाब को 27 जिलों में बांटकर जिला इंचार्जों की नियुक्ति
आम आदमी पार्टी जमीन से जुड़ी पार्टी है, इसलिए मनीष सिसोदिया ने राज्य को 27 जिलों में बांटकर सभी जगह जिला इंचार्ज भी नियुक्त कर दिए हैं. मनीष सिसोदिया की तरफ से जारी सूची के अनुसार जिला होशियारपुर में गुरविंदर सिंह पबला को जिला इंचार्ज के रूप में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही जालंधर रूरल के लिए प्रदीप दुग्गल, जालंधर शहरी के लिए अमृतपाल सिंह, कपूरथला के लिए सर्वजीत लुबाना, एसबीएस नगर के लिए सतनाम जलालपुर, अमृतसर ग्रामीण के लिए गुरप्रताप सिंह, अमृतसर शहरी के लिए प्रभबीर सिंह बराड़, गुरदासपुर में जोबन रंधावा, पठानकोट में अमनदीप संधू, तरनतारन में गुरविंदर सिंह, फरीदकोट में गुरतेज खोसा, फतेहगढ़ साहिब में अजय लिबरा, लुधियाना ग्रामीण-1 के लिए प्रो. तेजपाल सिंह गिल, लुधियाना ग्रामीण-2 के लिए गुरदर्शन सिंह कुल्ली, मोगा के लिए बरिंदर कुमार शर्मा, मलेरकोटला में शाकिब अली राजा, पटियाला रूरल के लिए मेघ चंद शेरमाजरा, पटियाला शहरी के लिए तेजिंदर मेहता, रूपनगर के लिए डा. संजीव गौतम, संगरूर में शाम सिंगला, एसएएस नगर मोहाली के लिए प्रभजोत कौर, बठिंडा में जतिंदर सिंह भल्ला, फाजिल्का में उपकार सिंह जाखड़, फिरोजपुर में हरजिंदर सिंह घांगा, मानसा में गुरप्रीत सिंह भुच्चर, श्री मुक्तसर साहिब में जशन सिंह बराड़ और जिला बरनाला के लिए परमिंदर सिंह भंगू को जिला इंचार्ज लगाया गया है.
27 जिला सचिवों की भी तैनाती
पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने जिला स्तर पर सचिवों की नियुक्ति को भी अंतिम रूप दे दिया है. सभी 27 जिलों में जिला सचिवों का भी ऐलान कर दिया गया है. जारी सूची के मुताबिक जिला होशियारपुर के लिए कंचन देओल, जालंधर ग्रामीण के लिए मदन लाल, जालंधर शहरी के लिए रोबिन सिंगला, कपूरथला के लिए संतोष गोगी, एसबीएस नगर में गगन अग्निहोत्री, अमृतसर रूरल में गीता गिल, अमृतसर शहरी में मुखविंदर विरदी, पठानकोट में समीर शारदा, तरनतारन में अंजू वर्मा, फरीदकोट में डा. हरपाल सिंह, फतेहगढ़ साहिब में गौरव अरोड़ा, लुधियाना ग्रामीण-1 में विजय विक्टर, लुधियाना ग्रामीण-2 में अमन चैन, मोगा में प्यारा सिंह बुधानी, मलेरकोटला में शोयब खान शैबी, पटियाला रूरल में सुखदेव सिंह, पटियाला शहरी में अमित डाबी, रूपनगर में राम कुमार मुकारी, संगरूर में गुलजार सिंह बॉबी, एसएएस नगर मोहाली में सुभाष चंद शर्मा, बरनाला में तरसेम सिंह खाना के, बठिंडा में बलविंदर सिंह वल्लो, फाजिल्का में नरेश घुबाया, फिरोजपुर में इकबाल सिंह ढिल्लों, मानसा में कृष्ण सिंह और जिला श्री मुक्तसर साहिब के लिए परमिंदर कौर को पार्टी ने बतौर जिला सचिव की अहिम जिम्मेदारी सौंपी है..
दृढ़ नेतृत्व, स्पष्ट दृष्टि: मनीष सिसोदिया की अगुवाई में पंजाब मॉडल की नई उड़ान
पंजाब के अन्दर संगठन में यह बदलाव एक दिन में नहीं हुआ, बल्कि इसके पीछे मनीष सिसोदिया ने पिछले कुछ महीनों में कड़ी तपस्या की है. मनीष सिसोदिया ने बिना किसी औपचारिक शोर-शराबे के, पंजाब के कोने-कोने में अपनी 'सुपर 60' टीम को मैदान में उतारा. यह टीम कोई आम सर्वेक्षण दल नहीं थी, बल्कि पार्टी के सबसे अनुभवी, सक्रिय और विचारशील कार्यकर्ताओं से बनी वह टीम थी, जिसे सिसोदिया ने खुद चुना था. इन सदस्यों ने सीधे जनता, पार्टी कार्यकर्ताओं, जिला प्रधानों और विधानसभा क्षेत्रों से फीडबैक लेकर पंजाब की असली राजनीतिक और सांगठनिक तस्वीर पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाई.
मनीष सिसोदिया का मिशन: चुनाव नहीं, विचारधारा का विस्तार
पंजाब में संगठन नेताओं की इस नई सूची को जारी करते हुए मनीष सिसोदिया ने स्पष्ट किया है कि यह पुनर्गठन केवल आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर नहीं किया गया है. “हम 2027 नहीं, 2040 की तैयारी कर रहे हैं. AAP अब सिर्फ राजनीतिक दल नहीं, एक जन आंदोलन है,” उन्होंने कहा कि पार्टी का हर नया पदाधिकारी अब केवल पदधारी नहीं, “जनता और सरकार के बीच पुल” की भूमिका निभाएगा. पार्टी की कोशिश है कि हर कार्यकर्ता सेवा को राजनीति का आधार माने और संगठन को वैचारिक दृष्टिकोण से मज़बूत करे. इस बदलाव को लेकर मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा कि “जब कोई पार्टी चुनाव जीतती है, तो सरकार बनती है. लेकिन जब कोई विचारधारा जीतती है, तब संगठन बनता है. यह बदलाव उसी विचारधारा की जीत का प्रतीक है.” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब आम आदमी पार्टी सिर्फ चुनाव नहीं लड़ रही, बल्कि आने वाले 25 वर्षों की राजनीति की तैयारी कर रही है, जहां हर कार्यकर्ता एक मिशन के साथ आगे बढ़ेगा..
अमन अरोड़ा ने नई टीम को दी शुभकामनाएं, कहा जमीन पर उतरकर करें काम
आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रांतीय अध्यक्ष श्री अमन अरोड़ा ने संगठन की नई टीम को शुभकामनाएं देते हुए सभी पदाधिकारियों से जनता के बीच जाकर जनसेवा में जुटने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि संगठन के सभी सदस्य पंजाब सरकार की जनहितैषी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाएं और आम लोगों के अधिकारों की आवाज बनें. श्री अरोड़ा ने विशेष रूप से ज़ोर दिया कि जिन क्षेत्रों में जनता की आवाज़ नहीं सुनी जा रही, वहां पार्टी पदाधिकारी नेतृत्व करें और लोगों की जरूरतों को प्राथमिकता दें. अमन अरोड़ा ने कहा कि संगठन का हर सदस्य जमीन पर उतरकर ऐसा कार्य करे जिससे आम आदमी पार्टी और सरकार के प्रति जनता में एक साकारात्मक सोच विकसित हो.
केजरीवाल का सपना, भगवंत मान का संकल्प और सिसोदिया की रणनीति
AAP नेतृत्व का मानना है कि यह संगठनात्मक बदलाव पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल के राजनीतिक विज़न और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के सेवा-भाव को ज़मीन पर साकार करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. नई नियुक्तियों में जिन चेहरों को जगह दी गई है, वे न केवल ज़मीनी संघर्ष से जुड़े हैं, बल्कि जन-भावनाओं को समझने और उनके समाधान में जुटने की नीयत और क्षमता रखते हैं.
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक जानकार इस बदलाव को 2022 में AAP की पंजाब में सरकार बनने के बाद दूसरा सबसे बड़ा मोड़ मान रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि “मनीष सिसोदिया ने जिस तरह बैकग्राउंड में रहकर टीम बनाई, फीडबैक लिया और फिर एक वैचारिक बदलाव के साथ संगठन को पुनर्गठित किया, वह आम राजनीतिक कदम नहीं है. यह दूरगामी राजनीति की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक तैयारी है.














