खाड़ी क्षेत्र में ईरान द्वारा जब्त किए गए इजराइल से जुड़े मालवाहक जहाज पर सवार 17 भारतीयों में केरल की एक महिला भी शामिल है. महिला एंटेसा जोसेफ के परिवार ने टीवी चैनलों पर प्रसारित एक वीडियो में कहा कि एंटेसा भी जहाज के चालक दल में शामिल थी, लेकिन केरल के मुख्यमंत्री द्वारा विदेश मंत्रालय को लिखे गए पत्र में उसका कोई जिक्र नहीं है. इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि शुरुआत में महिला की मौजूदगी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. अधिकारी ने कहा कि जब उन्हें इसके बारे में पता चला तो मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया गया.
अधिकारी ने बताया कि अनिवासी केरलवासी मामलों के विभाग (एनओआरकेए) को भी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है. वीडियो में महिला के पिता यह कहते सुनाई देते हैं कि पत्र में उनकी बेटी का नाम न होने से उन्हें पीड़ा हुई और इसका उन पर मानसिक एवं भावनात्मक असर पड़ा है. महिला का परिवार त्रिशूर का रहने वाला है.
पिता ने कहा, 'वह हर सुबह नियमित रूप से फोन करती थी. जब अगले दिन ऐसा नहीं हुआ, तो हमने उसे फोन करने की कोशिश की, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका. फिर दोपहर में जहाज की मालिक कंपनी ने फोन किया और हमें बताया कि क्या हुआ.' इस बीच, ईरान ने कहा है कि तेहरान 'जल्द ही' भारतीय अधिकारियों को मालवाहक जहाज पर सवार भारतीय चालक दल के 17 सदस्यों से मिलने की अनुमति देगा.
जहाज ‘एमएससी एरीज' को ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने 13 अप्रैल को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास जब्त कर लिया था. प्रारंभिक खबरों के अनुसार, चालक दल में से तीन-सुमेश, पीवी धनेश और श्यामनाथ के केरल से होने की पुष्टि की गई थी. एमएससी (मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी) ने कहा कि वह चालक दल के 25 सदस्यों की कुशलक्षेम और जहाज की वापसी के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है.