प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सहकारिता को सशक्त बनाने के उद्देश्य से सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की और ‘सहकार से समृद्धि' का मंत्र दिया. इस पहल का मकसद रोजगार के साथ आम लोगों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करना है. इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए सहकारिता पर आधारित एक नई टैक्सी सेवा ‘भारत टैक्सी' शीघ्र ही शुरू की जा रही है.
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में फिलहाल निजी कंपनियां द्वारा संचालित टैक्सी सेवाओं का अधिकांश मुनाफा कंपनी के मालिकों तक ही सीमित रह जाता है. टैक्सी ड्राइवरों को उनकी मेहनत के अनुरूप लाभ नहीं मिलता है और यात्रियों से मनमाना किराया वसूले जाने की शिकायतें भी आम हो गई हैं. इन समस्याओं के समाधान के लिए सहकारिता मंत्रालय ‘भारत टैक्सी' सेवा लॉन्च करने जा रहा है.
अमित शाह ने स्पष्ट किया कि ‘भारत टैक्सी' में होने वाला हर रुपये का मुनाफा सीधे-सीधे टैक्सी ड्राइवरों को मिलेगा. इस व्यवस्था में ड्राइवर केवल कर्मचारी होने के साथ साझेदार के रूप में अपनी भागीदारी निभाएंगे. उन्होंने बताया कि यह सेवा एक से दो महीने के भीतर शुरू कर दी जाएगी.इस योजना के तहत ड्राइवरों को कई कल्याणकारी सुविधाएँ भी प्रदान की जाएँगी. उन्हें बीमा कवर मिलेगा, जिससे दुर्घटना या आपात स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित होगी. इसके अलावा टैक्सियों पर विज्ञापन प्रदर्शित करने की सुविधा भी दी जाएगी, जिससे ड्राइवरों की आय में अतिरिक्त बढ़ोतरी होगी.
अमित शाह ने विश्वास जताया कि ‘भारत टैक्सी' से ड्राइवरों के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और यात्रियों को भी बेहतर, पारदर्शी और भरोसेमंद सेवा मिलेगी. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ‘भारत टैक्सी' देश की नंबर एक टैक्सी सेवा बन सकती है. इस पहल से सहकारिता के माध्यम से ड्राइवरों की आय बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे.














