गुजराती भाषा में लिखी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कविताओं की किताब का अंग्रेजी संस्करण अगस्त में उपलब्ध हो जाएगा. यह किताब पीएम मोदी की बीते कई सालों में लिखी गई कविताओं का संग्रह होगा. बता दें कि कई सालों के दौरान लिखी गई और ‘आंख आ धन्या छे' शीर्षक से संकलित किताब को सबसे पहले वर्ष 2007 में प्रकाशित किया गया था. अब इस किताब का फिल्म पत्रकार और इतिहासकार भावना सौम्या ने अंग्रेजी में अनुवाद किया है.
भावना ने कहा कि ये कविताएं प्रगति, मायूसी, परीक्षा, साहस और करुणा भाव लिए हुए हैं. यह लौकिकता और रहस्य के भाव को प्रतिबिंबित करती हैं और उन अस्पष्टताओं का उल्लेख करती हैं जो वह सुलझाना चाहते हैं. मेरा मानना है कि यह उनकी लेखनी को अलग करती है. इनमें भावना है, मंथन है, उनकी ऊर्जा और आशावाद है, जो वह स्वच्छंद होकर अभिव्यक्त करते हैं, यह भाव प्रभावित करता है. भावना ने मोदी की वर्ष 2020 में गुजराती भाषा में प्रकाशित किताब ‘‘मां को पत्र'' का भी अनुवाद किया है. इसमें वह एक युवा व्यक्ति के तौर पर देवी मां को पत्र लिखते हैं.