देश और दिल्ली में कोरोना (Delhi Corona) के मामलों में धीरे-धीरे कमी आ रही है. अब कोविड-19 को लेकर सीरो सर्वे रिपोर्ट जारी हुई है. इसमें बताया गया है कि दिल्ली में 97 प्रतिशत लोगों में कोरोना विरोधी एंटी बॉडीज पाई गई है. सीरो सर्वे में पॉजिटिविटी रेट दिल्ली के हर जिले में 93 प्रतिशत से अधिक पाई गई है. दक्षिण पश्चिम दिल्ली जिला में सबसे कम पॉजिटिविटी 93.3% जबकि पूर्वी दिल्ली जिला में 99.8% पॉजिटिविटी मिली है. पुरुषों की तुलना में सीरो पॉजिटिव महिलाओं की संख्या ज्यादा है.
सर्वे के मुताबिक-उम्र के हिसाब से 18 साल से कम उम्र के बच्चों में 88% में एंटीबॉडीज मिली, 18 से ऊपर के लोगों में 97-98% एंटीबाडीज मिली. बिना वैक्सीन लगे लोगों में 90% और वैक्सीन लिए हुए लोगों 97% से ज़्यादा में एन्टी बॉडीज मिली. ये हर्ड है या नहीं यह वैज्ञानिक बता पाएंगे. दिल्ली के स्वास्थ्यमंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की चौथी और सबसे खतरनाक लहर के बाद किया गया यह पहला सीरो सर्वे था. जनवरी में किए गए पांचवें सीरो सर्वे में 56.13 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई थी.छठा सीरो सर्वे 24 सितंबर से शुरू हुआ था. एक हफ्ते तक पूरी दिल्ली के 280 वार्डों से करीब 28 हज़ार सैम्पल कलेक्ट किए गए थे.
सीरो सर्वे रिपोर्ट के बारे में कुछ बातें ध्यान देने वाली हैं
1. इतने ज्यादा लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज मिलने का मतलब केवल यह नहीं है कि ये वायरस के संपर्क में आकर पॉजिटिव हुए होंगे, यह भी संभावना है कि वैक्सीन लगने के चलते भी लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज मिल रही होगी तभी आंकड़ा यहां तक पहुंचा है
26 अक्टूबर तक दिल्ली में कुल 2,02,01,316 वैक्सीन डोज़ लगी हैं. पहली डोज़ 1,29,49,465 लगी हैं यानी (86.32%) और दोनों डोज़ 72,51,851 यानी (48.34%) को लगी हैं.
2. इतनी बड़ी संख्या में कोरोना विरोधी एंटीबॉडीज मिलने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि अब दिल्ली के लोग कोरोना से लगभग सुरक्षित हो चुके हैं.
3. जनवरी में दिल्ली में जो पांचवा सीरो सर्वे हुआ था उसमे 56% से ज्यादा लोगों में कोरोना के ख़िलाफ़ एंटीबॉडीज मिली थी. लेकिन अप्रैल के महीने में जब कथित दूसरी लहर आई तो दिल्ली में हाहाकार मच गया था.