70 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति कई वर्षों से पेट दर्द, बुखार, भूख न लगना, कमजोरी और छाती और पीठ में भारीपन की शिकायत से परेशान था. फोर्टिस अस्पताल में सफल ऑपरेशन के बाद, मरीज के पित्ताशय से 8,125 पथरी निकाली गईं और उसे इस जानलेवा समस्या से निजात मिली. डॉक्टरों के अनुसार, मरीज की तबीयत अब बिल्कुल ठीक है और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. ऑपरेशन के बाद मरीज की सेहत में सुधार आया है और वह अब सामान्य जीवन जीने में सक्षम है. डॉक्टरों की टीम ने इस जटिल मामले को सफलतापूर्वक संभाला और मरीज को नई जिंदगी दी है.
डॉ. अमित जावेद ने बताया कि मरीज शुरू में इलाज कराने से हिचकिचा रहा था, लेकिन बढ़ते दर्द और बिगड़ती हालत के कारण उसे फोर्टिस अस्पताल लाया गया. अस्पताल में मरीज के पेट का अल्ट्रासाउंड किया गया, जिसमें पित्ताशय में पथरी पाई गई. इलाज में देरी के कारण पथरी जमा हो गई थी.
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के दौरान, डॉक्टरों की टीम ने पाया कि मरीज के पित्ताशय में 8,125 पथरियां थीं. इतनी बड़ी संख्या में पथरियां देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए. पथरियों की गिनती करने में 6 घंटे से अधिक का समय लग गया. डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक सर्जरी की और मरीज को इस जानलेवा समस्या से निजात दिलाई. मरीज की सेहत अब ठीक है और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
डॉक्टर ने कहा कि अगर मरीज का इलाज और देर से किया जाता, तो पित्ताशय में पस बनने, दीवार के मोटा होने, फाइब्रोसिस और कैंसर के खतरे की संभावना बढ़ जाती. समय पर सर्जरी करने से मरीज को इस जानलेवा समस्या से निजात मिली.
डॉक्टर ने बताया कि इससे पहले भी कई मरीजों के पित्ताशय से सैकड़ों की संख्या में पथरी निकाली गई हैं, लेकिन 8,125 पथरियों को निकालना एक अनोखा और दुर्लभ मामला है. इस सर्जरी को देश में पहली बार किया गया माना जा रहा है.
पित्त की पथरी आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल से बनती है और मोटापे और उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले आहार से जुड़ी होती है. इस मामले में, मरीज के पित्ताशय से निकाली गई पथरियों की असाधारण संख्या ने डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया.
अंकुर कपूर की रिपोर्ट