नई दिल्ली: देश के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में छह अग्निवीर भी नौसेना के मार्च करने वाले दल का हिस्सा होंगे, जो देशभक्ति के जोश के साथ कर्तव्य पथ पर रस्मी परेड में शामिल हो रहे हैं. समारोह की पूर्व संध्या पर रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गणतंत्र दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी समारोह में मुख्य अतिथि हैं. अधिकारियों ने बताया कि परेड के दौरान जिन सैन्य शस्त्रों को प्रदर्शित किया जाएगा, उनमें ‘मेड-इन-इंडिया' उपकरण शामिल हैं, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना को दर्शाते हैं.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन, नाग मिसाइल सिस्टम (एनएएमआईएस) और के-9 वज्र को भी प्रदर्शित किया जाएगा. बयान के अनुसार, "भारतीय नौसेना की टुकड़ी में लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत के नेतृत्व में 144 युवा नाविक शामिल होंगे. पहली बार मार्च करने वाले दल में तीन महिलाएं और छह अग्निवीर शामिल हैं. इसके बाद नौसेना की झांकी होगी, जो ‘इंडियन नेवी- कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल, कोहेसिव एंड फ्यूचर प्रूफ' विषय पर आधारित है. यह भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं, नारी शक्ति और आत्मनिर्भर भारत के तहत मुख्यत: स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए और निर्मित किए गए उपकरणों को प्रदर्शित करेगा."
समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ होगी. इसके बाद, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य हस्तियां परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर जाएंगी. बयान के मुताबिक, परम्परा के अनुसार, राष्ट्रध्वज फहराया जाएगा और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान होगा. पहली बार औपचारिक सलामी 105-एमएम भारतीय फील्ड गन से दी जाएगी, जो रक्षा क्षेत्र में बढ़ती ‘आत्मनिर्भरता' को दर्शाती है. इसने 25-पाउंडर बंदूकों की जगह ली है. 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 1वी/वी5 हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर पुष्प वर्षा करेंगे.
परेड की शुरुआत राष्ट्रपति के सलामी लेने के साथ होगी. परेड की कमान दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ संभालेंगे. दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेज़र जनरल भवनीश कुमार परेड के सेकेंड-इन-कमांड होंगे.