- हरिद्वार के पास राजाजी नेशनल पार्क से 6 हाथियों का झुंड अचानक हरिद्वार-लक्सर मुख्य मार्ग पर आ गया.
- उस वक्त मेन रोड पर काफी संख्या में वाहनों की आवाजाही हो रही थी. हाथियों को देख लोग घबरा गए.
- हाल ही में ऋषिकेश के पास जंगली हाथी ने 12 वर्षीय बच्चे को सूड़ से उठाकर पटक-पटककर मार दिया था
हरिद्वार और उसके आसपास के शहरी इलाकों में हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है. ताजा मामले में हरिद्वार से सटे राजाजी नेशनल पार्क और वन क्षेत्र से निकलकर 6 हाथियों का झुंड अचानक जगजीतपुर क्षेत्र में हरिद्वार-लक्सर मुख्य मार्ग पर आ गया. इसकी वजह से वहां से गुजरने वाले लोगों में दहशत फैल गई.
जंगल से निकलकर आधा दर्जन हाथियों के मेन रोड पर आ जाने से यात्री घबरा गए. उस समय रोड पर काफी संख्या में वाहन आ-जा रहे थे. हाथियों को देखकर दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई. यात्री हाथियों के चले जाने का इंतजार करने लगे, लेकिन हाथी रोड पर जम गए.
इस पर कुछ लोगों ने हिम्मत जुटाई और लाइट दिखाकर हाथियों को चले जाने का इशारा किया. बाकी हाथी तो चले गए, लेकिन एक हाथी फिर भी डटा रहा. थोड़ी देर बाद जब वह चला गया, तब राहगीरों ने राहत की सांस ली.
इससे पहले, हाल ही में ऋषिकेश के करीब एक जंगली हाथी ने 12 साल के लड़के को पटक-पटककर मार डाला था. 28 नवंबर को एक वन अधिकारी ने बताया था कि लड़का अपने माता-पिता के साथ स्कूटर पर बैठकर कालू वाला जंगल के कच्चे रास्ते से जौलीग्रांट अपने घर जा रहा था. उसी दौरान जंगली हाथी ने स्कूटर सवार परिवार पर हमला कर दिया.
हाथी ने स्कूटर पर माता-पिता के बीच में बैठे 12 वर्षीय लड़के को सूंड़ से उठा लिया और जमीन पर पटकने लगा. कुछ देर बाद हाथी उसे छोड़कर जंगल में चला गया, तब बदहवास माता-पिता उसे लेकर जौलीग्रांट के अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
दरअसल, कई हाथी किसानों के खेतों में लगी फसल खाने के लिए जंगल से निकलकर बाहर आ जाते हैं. वह फसल खाते भी हैं और बर्बाद भी करते हैं. वन विभाग तमाम कोशिशों के बावजूद हाथियों का बाहर आना रोक नहीं पा रहा है. लोग जंगली हाथियों की दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं.













