दिल्ली के 115 निजी अस्पतालों में 50% बेड (Delhi Private Hospitals Corona Beds Reserved) कोरोना के मरीजों के लिए रिजर्व रखने का आदेश दिया है.दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड की किल्लत दूर करने के लिए दिल्ली सरकार ने ये आदेश दिया है. इन प्राइवेट अस्पतालों में कुल ICU और साधारण बेड की क्षमता का आधा कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रहेगा. इन अस्पतालों को यह छूट दी गई है कि वह अस्थाई रूप से अपने कुल बेड क्षमता का 25% बढ़ा सकते हैं लेकिन बढ़ाई गई क्षमता के बेड्स पर कोरोना मरीज़ों का ही इलाज होगा. ये 115 अस्पताल वो हैं, जिनमें 50 या इससे ज्यादा बेड हैं.
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नौ दिन के भीतर दिल्ली सरकार ने तीसरी बार प्राइवेट अस्पतालों में बेड बढ़ाने के लिए आदेश जारी किए हैं.31 मार्च को दिल्ली सरकार ने 33 बड़े प्राइवेट अस्पतालों में ICU और बेड्स की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए थे. 5 अप्रैल को 54 बड़े प्राइवेट अस्पतालों में आईसीयू और बेड बढ़ाने के आदेश दिए गए थे.इसके बाद अब 115 बड़े और मध्यम स्तर के हॉस्पिटल में आईसीयू और बेड बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं.
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दिल्ली सरकार के 2 बड़े कोरोना हॉस्पिटल में बेड की संख्या बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं.आदेश के मुताबिक दिल्ली के लोकनायक अस्पताल और GTB अस्पताल में कोविड बेड्स बढ़ाए गए हैं.लोकनायक अस्पताल में मौजूदा 1000 कोविड बेड्स की संख्या बढ़ाकर 1500 कर दिया गया है.GTB हॉस्पिटल में मौजूदा 500 बेड्स की संख्या को बढ़ाकर 1000 कर दिया गया है.
वहीं अस्पताल किसी मरीज को 10 मिनट से ज्यादा इंतजार ना कराएं, यह निर्देश भी दिया गया है.सभी अस्पतालों को आदेश दिया गया कि 'अस्पताल अपने होल्डिंग/triage एरिया में पर्याप्त स्वास्थ्य कर्मी और इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ऑक्सीजन की सुविधा भी सुनिश्चित करें जिससे कि मरीज़ को भर्ती करने की प्रक्रिया के दौरान बेमतलब इंतजार ना करना पड़े और भीड़ ना हो.
इससे भी कोरोना संक्रमण और फैलने का खतरा बढ़ता है. होल्डिंग/Triage एरिया अस्पताल का वह इलाका होता है, जहां कोरोना मरीज़ की प्राथमिक जांच करके अस्पताल उसको एडमिट करने संबंधी फैसला करता है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के निर्देश पर जारी आदेश में कहा गया है कि अस्पताल सुनिश्चित करें कि किसी भी मरीज को 10 मिनट से ज्यादा इंतजार ना कराया जाए.