राहुल गांधी ने अमेरिका में कीं कौन सी 5 गलतियां, जिसे लेकर मच गया सियासी बवाल

अमेरिका के दौरे पर गए कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चीन की तारीफ की, सिख समुदाय, आरक्षण और बेरोजगारी को लेकर विवादित बयान दिए, भारत विरोधी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से मुलाकात की

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कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अमेरिका के चार दिन के दोरे पर हैं.
नई दिल्ली:

कांग्रेस (Congress) के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के विदेश दौरे कभी निर्विवाद नहीं होते. अमेरिका (US) के दौरे पर गए राहुल गांधी ने इस बार फिर कुछ ऐसे काम कर दिए कि उनको लेकर भारत में उनकी भारी आलोचना हो रही है. उन्होंने चीन पर, सिखों पर, देश में आरक्षण और बेरोजगारी पर विवाद पैदा करने वाले बयान दिए. बात यहीं खत्म नहीं हुई, उन्होंने अमेरिका की भारत विरोधी सांसद इल्हान उमर से मुलाकात भी की जिसको लेकर बवाल हो गया है.  

चीन उत्पादन में सबसे आगे, भारत में कुशल लोगों का सम्मान नहीं 

अमेरिका का दौरा कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने बयानों को लेकर खबरों में है. उन्होंने टेक्सास यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में कौशल की कमी नहीं है, बल्कि कौशल रखने वालों का यहां सम्मान नहीं होता. उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक उत्पादन में चीन का प्रभुत्व है, वहां इसलिए बेरोजगारी नहीं है. उन्होंने भारत में उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किए जाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा है कि वैश्विक उत्पादन में चीन का प्रभुत्व है इसलिए वह बेरोजगारी का सामना नहीं कर रहा है जबकि भारत और अमेरिका समेत पश्चिमी देश बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं.

राहुल गांधी के बयान पर चिराग पासवान ने कहा कि, अमेरिका में राहुल ने चीन की तारीफ की और कहा कि रोजगार के मोर्चे पर भारत फेल हो रहा है. उन्हें अपने देश में सारी बुराइयां दिखती हैं. उन्हें लगता है दूसरे देशों में सब कुछ अच्छा चल रहा है. विदेश में जाकर अपने देश की बुराई करना उनकी आदत बन गई है. ये कहीं न कहीं गलत राजनीतिक परंपरा की शुरुआत है. माना सरकार और विपक्ष में आपसी मतभेद होते हैं, लेकिन विदेशी मंच पर जाकर अपने राजनीतिक मतभेदों को व्यक्तिगत राजनीतिक लाभ के लिए इस तरीके से इस्तेमाल करना उचित नहीं है.  आप भारत में विपक्ष के नेता भी हैं. आप सरकार के समक्ष अपना सुझाव रख सकते हैं, अपनी चिंताओं से सरकार को अवगत करवा सकते हैं, लेकिन ऐसे देश की बुराई करना कतई उचित नहीं है.

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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि, राहुल गांधी चीन की ब्रांडिंग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, ''आपके (कांग्रेस) समय में रक्षा क्षेत्र में आयात ज्यादा था. अब हम निर्यात कर रहे हैं, आपके समय में निर्यात केवल 19 लाख करोड़ रुपये का था और अभी निर्यात 75 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है. इससे पता चलता है कि देश में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ रही है... आप (राहुल गांधी) विपक्ष के नेता होने के बावजूद चीन की ब्रांडिंग कर रहे हैं... जो कोई भी विदेश में भारत को गाली देता है, मेक इन इंडिया को गाली देता है, बढ़ते मैन्युफैक्चरिंग को गाली देता है, वो देश का दुश्मन होगा, वो विपक्ष का नेता नहीं हो सकता..."

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भारत में सिखों को पगड़ी पहनने की इजाजत?

अमेरिका के वर्जीनिया में राहुल गांधी ने लोगों से बातचीत में अजीब बात कही. उन्होंने एक सिख व्यक्ति से पूछा, ‘‘मेरे पगड़ीधारी भाई आपका क्या नाम है.'' उन्होंने कहा, ''सबसे पहले आप लोगों को यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में चल रही है. यह लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है. लड़ाई इस बारे में है कि आपका नाम क्या है, क्या एक सिख के तौर पर उन लोगों को भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख होने के तौर पर उन्हें भारत में कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख गुरुद्वारा जा सकेगा? हमारी लड़ाई इस बारे में है और हम सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए लड़ रहे हैं."

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राहुल गांधी के सिखों पर बयान को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, "...मैं पिछले 60 सालों से भी ज्यादा समय से पगड़ी और कड़ा पहन रहा हूं और मुझे आज तक ऐसा कोई नहीं मिला जो कहे कि उसे पगड़ी और कड़ा पहनने में कोई दिक्कत है. यह उनके (राहुल गांधी के) पिता के समय की बात है जब नरसंहार हुआ था. हमारे 3000 लोग मारे गए थे...ऐसा नहीं है कि उन्हें इन सब बातों की जानकारी नहीं है...वे काफी समय से राजनीति में हैं. इसलिए उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अगर वे देश के बाहर या देश के अंदर भी इस तरह का बयान देंगे तो उन पर हंसी ही आएगी. यह एक ऐसा बयान है जिसकी कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए...वे देश के बाहर रहने वाले हमारे भाइयों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं...वे बिना किसी आधार के बयान दे रहे हैं..."

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समान अवसर मिलने पर आरक्षण खत्म करेंगे

वाशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों से बातचीत के दौरान एक छात्र ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या जाति आधारित आरक्षण के अलावा जमीनी स्तर पर संस्थानों को मजबूत करने के और भी बेहतर तरीके हैं? इसके जवाब में राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि, ''कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है.''

राहुल गांधी के बयान की केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने तीखी आलोचना की. उन्होंने कहा कि, आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो या विदेश में भारत विरोधी बयान देना हो, राहुल गांधी ने हमेशा देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है और भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. अमित शाह ने कहा कि, जब तक बीजेपी है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और न ही देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ कर सकता है. उन्होंने कहा कि, "भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दिखाता है."

भारत में बेरोजगारी   

राहुल गांधी ने अमेरिका में भारत में बेरोजगारी का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि महाभारत में युद्ध लड़ने की कला में निपुण गुरु द्रोणाचार्य से जब आदिवासी समुदाय से आने वाले एकलव्य ने धनुर्विद्या सीखने की इच्छा प्रकट की तो उन्होंने उससे उसका दाहिना अंगूठा मांग लिया. उन्होंने कहा कि कौशल का सम्मान करके तथा कुशल लोगों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान कर भारत की क्षमता को उभारा जा सकता है. उन्होंने कहा कि आप सिर्फ आबादी के एक-दो प्रतिशत लोगों को सशक्त बनाकर भारत की क्षमता में इजाफा नहीं कर सकते हैं.

राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि, ''मुझे लगता है कि शायद कुछ लोगों को पढ़ने लिखने की आदत कम है. वे अपने समय के आंकड़े देख लें और एनडीए के समय के आंकड़ों को देखें, बड़ा अंतर है. हमने बेरोजगारी की दर को बहुत कम किया है. मैं कहना चाहता हूं कि राहुल गांधी बाहर जाकर भारत को बदनाम ना करें. दुनिया का जो विश्वास भारत पर बना है उससे हजारों लाख करोड़ का निवेश भारत में आ रहा है. दुनिया की उम्मीद भारत है.''

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ''राहुल गांधी लगातार तीन बार हारने के बाद कुंठित हो गए हैं और देश की छवि खराब करके अमेरिका में अपनी कुंठा निकाल रहे हैं. देश के बाहर जाकर देश की छवि खराब करना देशद्रोह जैसा अपराध है. कोई देश भक्त ऐसा नहीं कर सकता. उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की लेकिन भारत से जुड़ नहीं सके. वह भारत की जनता, भारत की संस्कृति, जीवन मूल्य और परंपराओं से भी नहीं जुड़ पाए.''

राहुल की भारत विरोधी सांसद से मुलाकात

अमेरिका में राहुल गांधी के बयान जहां विवादों को जन्म दे रहे हैं वहीं एक भारत विरोधी सांसद से मुलाकात को लेकर भी वे घिर गए हैं. अमेरिका की सांसद इल्हान उमर से मुलाकात करने के लिए राहुल की तीखी आलोचना हो रही है. कुछ तस्वीरों में राहुल गांधी कुछ अमेरिकी सांसदों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. इन सांसदों में इल्हान उमर भी शामिल है.  

इल्हान उमर एक अमेरिकी सासंद और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं. वे एक अफ्रीकी शरणार्थी हैं, जो कि चुनाव जीतकर अमेरिका की संसद में पहुंची हैं. वे हमेशा कश्मीर और खालिस्तान को अलग देश बनाए जाने वाली मांग का समर्थन करती रही हैं. वे अमेरिका की संसद में पहुंची उन दो मुस्लिम महिलाओं में से एक हैं, जो इजरायल का विरोध करती हैं. इल्हान सन 2022 में पीओके के दौरे पर भी गई थीं. अमेरिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक इल्हान के इस दौरे के लिए फंडिंग पाकिस्तान ने की थी. भारत विरोधी इल्हान ने सीनेट में पीएम मोदी के भाषण का बहिष्कार भी किया था. 

कांग्रेस नेता राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त : बीजेपी

राहुल गांधी की इल्हान से मुलाकात पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया जताई. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने इल्हान उमर से मुलाकात करने के लिए राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि, ''कांग्रेस नेता राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं. उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी आज बिल्कुल राष्ट्र के विरोध पर उतर आए हैं. अमेरिका जाकर ऐसी सांसद से मिल रहे हैं जो भारत के खिलाफ बोलती रही हैं, भारत के खिलाफ अभियान चलाती रही हैं.''

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी राहुल गांधी की इल्हान उमर से मुलाकात की तस्वीर साझा की. उन्होंने कहा कि, ''कांग्रेस अब खुलेआम भारत के खिलाफ काम कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान से उन्हें आम आते हैं और चीन से राजीव गांधी फाउंडेशन में पैसा आता है. भारत के विरोधी जितने भी देश और विदेशी सांसद हैं, वे सब उनके मित्र हैं. उन्हें भारत से प्यार नहीं है, वे भारत में रहना नहीं चाहते हैं लेकिन देश के लोगों को अंग्रेजों के सिद्धांत 'फूट डालो और राज करो' के आधार पर बांटकर देश पर राज करना चाहते हैं.''

बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि, ''इल्हान उमर कश्मीर और खालिस्तान को अलग देश बनाने का समर्थन करती हैं. राहुल गांधी इसी एजेंडे के लिए अमेरिका में समर्थन जुटा रहे हैं.''

''राहुल गांधी अब बचकानी नहीं शैतानी हरकतें कर रहे''

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि, ''राहुल गांधी पहले ऐसा प्रतिपक्ष नेता हैं. जिन्होंने भारत विरोधी सोच वाली सांसद इल्हान उमर से मुलाकात की. कांग्रेस के मुख्य सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस कहती है कि अफजल गुरु को जो फांसी दी गई वह गलत थी. आज ये लोग उनके साथ गठबंधन में साथ चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी अब बचकानी नहीं शैतानी हरकतें कर रहे हैं. विदेश से प्रेरणा लेने वाले लोग, आज विदेश जाकर भारत के खिलाफ बातें कर रहे है, जो निंदनीय है. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा धारा 370 को खत्म कर देंगे? इसके बाद एससी एसटी आरक्षण का क्या होगा? जब राहुल गांधी का पक्का वाला वोट बैंक मजबूत हो जाएगा, जब एक ही कलर दिखेगा, तब वो आरक्षण खत्म कर देंगे. उनका विदेश जाकर भारत के खिलाफ बयानबाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं कहना चाहता हूं कि आज पूरी दुनिया में भारत में माइनॉरिटी सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं.''

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