मध्य प्रदेश के सागर के जिला अस्पताल की मर्चुरी में एक बार फिर चूहों ने शव की आंख कुतर दी. मामले का खुलासा गुरुवार सुबह हुआ, जब पोस्टमार्टम के लिए शव को फ्रीजर से बाहर निकाला गया. शव की एक आंख गायब थी. 15 दिन के भीतर यह दूसरा मामला है, जब पोस्टमार्टम के लिए लाए गए शव की आंख गायब हुई हो. इससे पहले 4 जनवरी को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए टेबल पर रखा गया था. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि चूहों ने शव की आंख निकाल ली है.
जानकारी के मुताबिक, सिविल थाना क्षेत्र स्थित किशोर न्यायालय के पीछे रहने वाला रमेश अहिरवार 15 जनवरी से लापता था. पुलिस को 16 जनवरी को रमेश घायल अवस्था में मिला था, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. 17 जनवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. शव को मर्चुरी के डीप-फ्रीजर में रखा गया. डॉक्टरों का कहना था कि रमेश को मिर्गी की बीमारी थी, जिसके कारण उसकी मौत हुई. शव की शिनाख्त न होने के कारण दो दिन तक शव फ्रीजर में ही रखा रहा. गुरुवार सुबह जब परिजन शव की शिनाख्त करने मर्चुरी पहुंचे, तो उसकी एक आंख गायब थी.
प्रबंधन ने आनन-फानन में सिर्फ एक बार ही शव को देखने दिया, लेकिन जब परिजनों ने दूसरी बार शव को देखने की बात कही तो प्रबंधन के कर्मचारियों ने मना कर दिया. पुलिस के दखल देने पर लाश दोबारा दिखाई गई, जिसकी एक आंख गायब थी. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर मानव अंगों की तस्करी का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. हालांकि, पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला.
मामले को लेकर प्रबंधन ने बताया कि मर्चुरी के डी-फ्रीजर में भी चूहे घुस गए और उन्होंने ही शव की आंख कुतर दी. काफी समझाने के बाद परिजनों ने शव लिया और मर्चुरी से निकल गए.
इससे पहले जिला अस्पताल की मर्चुरी से 4 जनवरी को भी आमेट गांव निवासी 32 वर्षीय मोती पिता बारेलाल गौंड के शव की आंख चूहों ने कुतर ली थी. तब सीएमएचओ डा. ममता तिमोरी ने एक जांच समिति बनाई थी, लेकिन आज तक यह जांच समिति कोई रिपोर्ट पेश नहीं कर सकी. इस दौरान अस्पताल के दोनों फ्रीजर सुधरवाए गए. शवों को उसी में रखा जाना लगा, लेकिन फ्रिजर के अंदर से शव की आंख गायब होने से अस्पताल की व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहे हैं.
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