मुंबई पुलिस के ‘एंटी एक्सटॉर्शन सेल' ने 1992 के चर्चित जेजे अस्पताल गोलीकांड के मुख्य आरोपी को घटना के 32 साल बाद उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान त्रिभुवन सिंह उर्फ श्रीकांत राय रमापति के तौर पर की गई है. उन्होंने बताया कि 12 सितंबर 1992 में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हुई थी.
अधिकारी ने बताया कि हाल में पुलिस जांच के दौरान जानकारी मिली कि सिंह विचाराधीन कैदी के रूप में उत्तर प्रदेश के कारागार में बंद है जिसके बाद उसकी हिरासत प्राप्त की गई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी को मुंबई की विशेष अदालत में शनिवार को पेश किया गया जहां से उसे 25 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. मुंबई के सरकारी अस्पताल में चर्चित गोलीकांड अरुण गवली और दाऊद इब्राहिम गिरोह के बीच लड़ाई का नतीजा था जो हसीना पार्कर के पति इब्राहिम पार्कर उर्फ इब्राहिम लम्बू के मारे जाने से शुरू हुआ था.
पुलिस के अनुसार, हत्या के बाद गवली गिरोह के संदिग्ध सदस्यों विपिन शेर और शैलेश हलदनकर को भीड़ ने पीटा और जेजे अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस के मुताबिक 12 सितंबर 1992 को दाऊद इब्राहिम गिरोह के बृजेश सिंह और सुभाष सिंह सहित शूटरों ने एके47 और रिवाल्वर से गोलीबारी की और हथगोले छोड़े जिसमे हलदनर और दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई.
पुलिस ने इस मामले में 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अदालत ने सुभाष सिंह ठाकुर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है जबकि 2018 में पुलिस ने फरार आरोपी मोहम्मद फारूक यासीन मंसूर को भी गिरफ्तार कर लिया. वह अभी हिरासत में है.