- पुरी जिले में 15 वर्षीय लड़की को तीन अज्ञात बदमाशों ने अगवा कर आग लगाई थी, जिससे उसकी मौत हो गई.
- लड़की को 70 प्रतिशत से अधिक जलने के बाद दिल्ली एम्स में इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया गया था.
- मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लड़की की मृत्यु पर दुख जताते हुए परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को बताया कि पुरी जिले में 15 दिन पहले तीन अज्ञात बदमाशों ने जिस 15 साल की लड़की को जला दिया था, उसकी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान मौत हो गई है. पुरी जिले में भार्गवी नदी के तट पर 19 जुलाई की सुबह तीन अज्ञात लोगों ने लड़की का अपहरण कर लिया था और उसे आग लगा दी थी.
70 फीसदी से ज्यादा झुलसी
उसकी मां ने बलंगा थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया था कि घटना उस समय हुई जब नाबालिग एक दोस्त से मिलने के बाद अपने घर जा रही थी. तीन लोगों ने उसे रोककर अगवा कर लिया और उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी. वह 70 प्रतिशत से ज्यादा झुलस चुकी थी. उसे 19 जुलाई को सबसे पहले पिपिली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. बाद में उसे उसी दिन एम्स, भुवनेश्वर ले जाया गया और अगले दिन एयरलिफ्ट करके दिल्ली के एम्स ले जाया गया. यहां उसकी कम से कम दो 'सर्जरी' और 'स्किन ग्राफ्टिंग' की गई.
सीएम ने लिखी पोस्ट
ओडिशा पुलिस ने शुक्रवार को दिल्ली एम्स में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पीड़िता का बयान दर्ज किया था. माझी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'बलंगा इलाके की लड़की की मौत की खबर सुनकर मुझे गहरा सदमा लगा है. सरकार के तमाम प्रयासों और दिल्ली स्थित एम्स की विशेषज्ञ चिकित्सा टीम के चौबीसों घंटे प्रयास के बावजूद, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. मैं लड़की की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और ईश्वर से उसके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं.'
नवीन पटनायक ने जताया अफसोस
ओडिशा के उपमुख्यमंत्री के.वी. सिंह देव और पी. परिदा ने भी लड़की की मौत पर शोक व्यक्त किया है. बीजू जनता दल (बीजद) अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने नाबालिग लड़की की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया. साथ ही मृतक लड़की के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा के नेतृत्व में बीजद सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वे दिल्ली स्थित एम्स जा रहे हैं.
ओडिशा पुलिस ने की अपील
ओडिशा पुलिस ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया और दावा किया कि लड़की को जलाने की घटना की जांच अंतिम चरण में पहुंच गई है. पुलिस का दावा है कि इस घटना में कोई और व्यक्ति शामिल नहीं था. साथ ही सभी से इस मामले पर कोई भी सनसनीखेज बयान नहीं देने का आग्रह किया. ओडिशा पुलिस ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'बलंगा घटना में पीड़ित लड़की की मौत की खबर सुनकर हमें गहरा दुख हुआ है. पुलिस ने पूरी ईमानदारी से जांच की है. जांच अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. अब तक की गई जांच के अनुसार, यह साफ है कि इसमें कोई और व्यक्ति शामिल नहीं है. इसलिए, हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस दुखद क्षण के दौरान इस मामले के बारे में कोई भी संवेदनशील टिप्पणी न करें.'
कांग्रेस सरकार पर हमलावर
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और लड़की को आग के हवाले करने में शामिल तीन दोषियों को सात दिनों के भीतर गिरफ्तार करने की मांग की. दास ने कहा, 'अगर दोषियों को सात दिनों के भीतर नहीं पकड़ा गया तो हम डीजीपी कार्यालय का घेराव करेंगे.' उन्होंने कहा कि लड़की को आग के हवाले करने की घटना को 15 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस इस मामले में शामिल किसी भी अपराधी को पकड़ नहीं पाई है.
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि पुरी पुलिस ने बलंगा में मृतक लड़की के घर के पास कुछ पुलिसकर्मियों को तैनात किया है.