- बिहार में गंगा नदी के उफान के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
- NDRF की 14 टीमों को बाढ़ राहत कार्यों के लिए दरभंगा, सुपौल, मोतिहारी, नालंदा और पटना में तैनात किया गया है.
- 8 अतिरिक्त टीमें हेड क्वार्टर में अलर्ट मोड में रखी गई हैं ताकि आवश्यकतानुसार तुरंत सहायता भेजी जा सके.
बिहार मे इन दिनों गंगा नदी उफान पर है. बिहार के कई जिला बाढ़ प्रभावित हैं और कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. हजारों एकड़ में फसलें डूब गई हैं. चारों तरफ भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिसको लेकर 9 वी बटालियन NDRF की 14 टीम अलर्ट मोड पर है. जिसमें 1 टीम को दरभंगा, 1 को सुपौल, 1 को मोतिहारी, 2 को नालंदा- जिसमें 1 टीम एकंगर सराय और 1 हिलसा में काम कर रही है. इसके साथ ही 1 टीम को पटना में रखा गया है. बाकी की बची 8 टीमों को अलर्ट मोड पर साजो समान से लैस बटालियन हेड क्वार्टर में अलर्ट पर रखा गया है. ताकि जरूरत पड़ने पर उसे तुरंत भेजा जा सके.
9 वी बटालियन एनडीआरएफ के कमांडेंट सुनील कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए 9 वी बटालियन NDRF की 14 टीम अलर्ट मोड पर है. जिसमें दरभंगा सुपौल मोतिहारी में एक टीम लगाई गई है. नालंदा में दो टीम में है एक एकंगर सराय और दूसरा हिल्स में कार्य कर रही है. इसके साथ ही पटना में अभी एक टीम तैयार है. इसके अलावा आपदा से निपटने के लिए सारी साजो समान से लेस 8 टीम को बटालियन हेड क्वार्टर में अलर्ट मोड में तैयार रखा गया है जो किसी भी परिस्थिति में कभी भी आपदा से निपटने के लिए कूच कर सके.
आपदा प्रबंधन विभाग के बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘पटना, भोजपुर, वैशाली, लखीसराय और भागलपुर सहित गंगा के किनारे बसे जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है और मूसलाधार बारिश के बाद गंगा और कोसी नदी का जलस्तर बढ़ते से निचले इलाकों में रहने वाले लोग प्रभावित हुए हैं.'' इसने कहा, ‘‘भोजपुर जिले की 11 पंचायतों के 21,700 प्रभावित लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है, जबकि पटना में शुक्रवार को 89,250 लोगों को शिविरों में पहुंचाया गया.''
आपदा प्रबंधन विभाग ने संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट रहने और एहतियाती कदम उठाने को कहा है. पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश के कारण राज्य में गंगा, गंडक, कोसी, बूढ़ी गंडक, महानंदा और कमला नदियों का जलस्तर बढ़ गया है.
रिपोर्ट-- दानापुर से गौरव कुमार