मध्य प्रदेश: 12 साल की बच्ची से रेप के मामले में 1 संदिग्ध हिरासत में, जांच के लिए SIT गठित

उज्जैन की घटना पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने NDTV से कहा, ''SIT गठित कर दी गई है. एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है. अस्पताल में भर्ती बच्ची की हालात अभी स्थिर है. वह ठीक से बोल नहीं पा रही है."

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ज्यादा खून बह जाने के कारण बच्ची को इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
उज्जैन:

मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की बच्ची के साथ रेप के मामले में पुलिस ने बुधवार को एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है. महाकाल थाना इलाके में बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम के पास बच्ची सोमवार शाम घायल हालत में मिली थी. उसके कपड़े खून से सने थे. बच्ची मदद की गुहार लगा रही थी, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की. इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार सवालों के घेरे में है.

उज्जैन की घटना पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने NDTV से कहा, ''SIT गठित कर दी गई है. एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है. अस्पताल में भर्ती बच्ची की हालात अभी स्थिर है. वह ठीक से बोल नहीं पा रही है."

CCTV में मदद मांगते दिखी बच्ची
बच्ची आधे-अधूरे कपड़ों में सांवराखेड़ी सिंहस्थ बाइपास की कॉलोनियों में ढाई घंटे तक भटकती रही. उज्जैन शहर से लगभग 15 किमी दूर बड़नगर रोड पर एक सीसीटीवी कैमरे में लड़की को मदद मांगते हुए कैद किया गया. उसके प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर चोटें हैं. बच्ची लोगों से मदद की गुहार भी लगा रही थी. एक सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि एक शख्स बच्ची की मदद करने के बजाय उसे दुत्कार देता है.

बच्ची ने पुलिस को बताया कि उसकी मां के साथ भी गलत काम हुआ है, लेकिन उसकी मां कहां है और वह उज्जैन तक कैसे आई? इस बारे में कुछ भी नहीं बता पा रही है. मेडिकल जांच में बच्ची के साथ रेप की पुष्टि हुई है. 

अज्ञात लोगों के खिलाफ रेप का केस दर्ज
सीनियर पुलिस अधिकारी सचिन शर्मा ने कहा कि वह पुलिस को अपना नाम और पता नहीं बता पा रही है, लेकिन उसके उच्चारण से पता चलता है कि वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली है. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया है. बाल शोषण के खिलाफ सख्त कानून, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धाराएं भी लगाई गई हैं.

विपक्ष ने बीजेपी पर साधा निशाना
विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुई इस घटना से शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार बड़े पैमाने पर विपक्ष के निशाने पर आ गई है.

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राज्य में कांग्रेस का चेहरा और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मध्य प्रदेश महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य बनता जा रहा है. उन्होंने 'X' पर एक पोस्ट में कहा, ''बेटियों की सुरक्षा इस सरकार के लिए सिर्फ विज्ञापनों और भाषणों का विषय है.''

वहीं, सीनियर कांग्रेस नेता और पार्टी के मध्य प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान सरकार के पास झूठे वादों और फर्जी दावों के अलावा देने के लिए कुछ नहीं है. 

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क्या कहते हैं आंकड़े?
उज्जैन की घटना ने एक बार फिर महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर मध्य प्रदेश के निराशाजनक रिकॉर्ड को सुर्खियों में ला दिया है. मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में 2019 और 2021 के बीच महिलाओं और लड़कियों के लापता होने के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में 2021 में देश में सबसे अधिक 6462 रेप की घटनाएं दर्ज की गईं. इनमें से 50 फीसदी से ज्यादा नाबालिगों के खिलाफ अपराध थे. यह संख्या प्रति दिन 18 रेप के बराबर है.

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