देशभर में पेंशनभोगियों के लिए प्रक्रिया को और सरल बनाने के वास्ते सरकार द्वारा एक महीने तक चलाए गए विशेष अभियान के दौरान 1.3 करोड़ डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाए गए. कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) ने 30 नवंबर को डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) अभियान 3.0 को सफलतापूर्वक संपन्न किया.
भारत का सबसे बड़ा अभियान
डीओपीपीडब्ल्यू के सचिव वी. श्रीनिवास ने कहा कि यह अभियान पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तीकरण तथा उनके जीवन को और आसान बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है. श्रीनिवास ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह के नेतृत्व और मार्गदर्शन में ‘डीएलसी अभियान 3.0' भारत का सबसे बड़ा अभियान था, जो 800 जिला मुख्यालयों में 1,900 शिविरों और 1,100 नोडल अधिकारियों के साथ आयोजित किया गया था.''
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक के सबसे अधिक 1.3 करोड़ पेंशनभोगियों ने अपने डीएलसी जमा किए, जिनमें से 39 लाख डीएलसी ‘फेस ऑथेंटिकेशन' तकनीक के माध्यम से जमा किए गए.''