देश में जीएसटी संग्रह (GST Collections) जनवरी 2021 में रिकॉर्ड 1.19 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. वित्त मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी. बजट के पहले अप्रत्यक्ष करों की वसूली में यह बढ़ोतरी सरकार के लिए बेहद उत्साहजनक खबर है, जो कोरोना महामारी से अर्थव्यवस्था को मिले झटके के बाद खजाने को बढ़ाने के लिए हर विकल्प तलाशने में जुटी है.
जीएसटी राजस्व पिछले चार महीनों में एक लाख करोड़ रुपये के आसपास रहा है. वित्त मंत्रालय ने कहा है कि GST में वृद्धि यह संकेत देती है कि कोविड-19 की महामारी की चोट के बाद अर्थव्यवस्था तेजी से उबर रही है. जनवरी 2021 का जीएसटी संग्रह (GST revenues ) 2017 में वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली लागू होने के बाद सबसे ज्यादा है. इसने करीब-करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा छू लिया है. वित्त मंत्रालय (finance ministry) ने कहा कि दिसंबर 2020 में जीएसटी संग्रह 1.15 लाख करोड़ रुपये रहा था.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पिछले चार महीनों के दौरान लगातार जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है. यह साफ तौर पर दिखाता है कि कोरोना काल (COVID-19 pandemic) में लगे झटके के बाद अर्थव्यवस्था तेजी से उबर रही है और तेज आर्थिक विकास दर की बढ़ रही है.
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, 31 जनवरी 2021 की शाम 6 बजे तक इस माह का जीएसटी संग्रह 1 लाख 19 हजार 847 करोड़ रुपये रहा है. इसमें CGST 21 हजार 923 करोड़, SGST 29 हजार 104 करोड़ और IGST 60 हजार 288 करोड़ रुपये रहा है. वस्तुओं के आयात पर 27424 करोड़ और सेस से 8622 करोड़ रुपये मिले हैं. कुल दाखिल GSTR-3B रिटर्न की संख्या दिसंबर से 31 जनवरी के 90 लाख तक पहुंच गई है.