गौतम अडानी ने देश में कोल आपूर्ति का महत्‍वपूर्ण करार हासिल किया : रिपोर्ट

आयातित थर्मल कोल के मामले में देश के सबसे बड़े कारोबारी अडानी, इस करार के तहत, सरकार द्वारा संचालित  NTPC लिमिटेड के 10 लाख टन कोल की आपूर्ति करेंगे. एनटीपीसी ने अक्टूबर माह में कोल आपूर्ति के लिए टेंडर जारी किया था. 

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कोल आपूर्ति का अहम करार हासिल किया है

पिछले साल के बिजली संकट जैसी स्थिति को टालने की सरकार की कवायद के तहत अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) ने देश के शीर्ष  बिजली निर्माता को विदेशी कोयले की आपूर्ति करने का करार हासिल किया है. मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी. ब्‍लूमबर्ग की खबर के अनुसार, नाम गुप्‍त रखने के आग्रह के साथ मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि आयातित थर्मल कोल के मामले में देश के सबसे बड़े कारोबारी अडानी, इस करार के तहत, सरकार द्वारा संचालित  NTPC लिमिटेड के 10 लाख टन कोल की आपूर्ति करेंगे. एनटीपीसी ने अक्टूबर माह में कोल आपूर्ति के लिए टेंडर जारी किया था. 

जानकारी के अनुसार, कोलकाता स्थित सरकारी कंपनी दामोदर घाटी कार्पोरेशन (डीवीसी) लिमिटेड भी अपने पावर प्‍लांट के लिए इतनी ही मात्रा में कोल सप्‍लाई के लिए अडानी के प्रस्‍ताव पर विचार कर रही है. इस बारे में अडानी, एनटीपीसी ने किसी की तरह की प्रतिक्रिया से इनकार कर दिया.   गौरतलब है कि वर्ष 2021 के दूसरे चरण में कोल आपूर्ति में व्‍यवधान और बढ़ती मांग के बाद घरेलू बिजली उत्‍पादक को काफी दबाव का सामना करना पड़ा था क्‍योंकि राज्‍य के कुछ प्रांतों में बिजली संकट जैसी स्थिति पैदा हो गई और उद्योगों को पावर की कमी का सामना करना पड़ रहा था. 

ईंधन आयात पर निर्भरता कम करने की सरकार की प्रतिबद्धता के बावजूद विदेशों से कोल खरीदने का निर्णय लिया गया है. गौरतलब है कि देश में बिजली पैदा करने में कोयले की हिस्‍सेदारी करीब 70 फीसदी है. पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से नवीकरणीय ऊर्जा (Renewables Energy) को प्रोत्‍साहन देने की कोशिशों के बावजूद अगले कुछ वर्षों में बिजली खपत बढ़ने का अनुमान है.  

Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: Rahul Gandhi ने पकड़ी मछली, क्यों मच गया सियासी बवाल? | Sawaal India Ka
Topics mentioned in this article