प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में बुधवार को वाशिंगटन पहुंचे और राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन से मुलाकात की. पीएम मोदी प्राइवेट डिनर के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे हैं, जहां जो बाइडेन ने उनका भव्य स्वागत किया. अमेरिका की प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडेन को पीएम मोदी ने उपहार स्वरूप लैब में विकसित 7.5 कैरेट का हरे रंग का हीरा दिया है. यह हीरा पृथ्वी से खोदे गए हीरों के रासायनिक और ऑप्टिकल गुणों को दर्शाता है. हीरा पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि इसके निर्माण में सौर और पवन ऊर्जा जैसे पर्यावरण-विविध संसाधनों का उपयोग किया गया है.
वहीं, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक विशेष चंदन का डिब्बा भेंट किया, जिसे जयपुर के एक मास्टर शिल्पकार द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है. इसपर मैसूर से प्राप्त चंदन में जटिल रूप से नक्काशीदार वनस्पतियों और जीवों के पैटर्न हैं.
पीएम मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दिए गए बॉक्स में दस दान राशि हैं- गौदान (गाय का दान) के लिए गाय के स्थान पर पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा एक नाजुक हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया है. भूदान (भूमि का दान) के लिए भूमि के स्थान पर मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा दिया गया है. तिलदान (तिल के बीज का दान) के लिए तमिलनाडु से लाए गए तिल या सफेद तिल के बीज चढ़ाए गए हैं. राजस्थान में हस्तनिर्मित, यह 24K शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का हिरण्यदान (सोने का दान) के रूप में पेश किया है.
बॉक्स में भगवान गणेश की मूर्ति है. मूर्ति को कोलकाता के पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के एक परिवार द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है. बॉक्स में एक दीया (तेल का दीपक) भी है. इस चांदी के दीये को भी कोलकाता में पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के परिवार के कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है.
पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति को एक ऐतिहासिक चीज भी उपहार में दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन के फेबर एंड फेबर लिमिटेड द्वारा प्रकाशित और यूनिवर्सिटी प्रेस ग्लासगो में मुद्रित पुस्तक 'द टेन प्रिंसिपल उपनिषद' के पहले संस्करण की एक प्रति राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दी है. साल 1937 में, WB येट्स ने श्री पुरोहित स्वामी के साथ सह-लेखक, भारतीय उपनिषदों का एक अंग्रेजी अनुवाद प्रकाशित किया. दोनों लेखकों के बीच अनुवाद और सहयोग पूरे 1930 के दशक में हुआ और यह येट्स के अंतिम कार्यों में से एक था. लंदन के मेसर्स फेबर एंड फेबर लिमिटेड द्वारा प्रकाशित और यूनिवर्सिटी प्रेस ग्लासगो में मुद्रित इस पुस्तक के पहले संस्करण की एक प्रति, 'द टेन प्रिंसिपल उपनिषद', पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रपति बाइडेन को उपहार में दी गई है.
वहीं, व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के अनुसार, आधिकारिक उपहार के रूप में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन प्रधानमंत्री मोदी को 20वीं सदी की शुरुआत की एक हस्तनिर्मित, प्राचीन अमेरिकी पुस्तक गैली भेंट करेंगे. राष्ट्रपति बाइडेन, पीएम मोदी को एक विंटेज अमेरिकी कैमरा भी उपहार में देंगे, जिसके साथ जॉर्ज ईस्टमैन के पहले कोडक कैमरे के पेटेंट का एक अभिलेखीय प्रतिकृति प्रिंट और अमेरिकी वन्यजीव फोटोग्राफी की एक हार्डकवर पुस्तक भी होगी. जिल बाइडेन, पीएम मोदी को 'कलेक्टेड पोयम्स ऑफ रॉबर्ट फ्रॉस्ट' की हस्ताक्षरित, प्रथम संस्करण प्रति उपहार में देंगी.
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