प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने रविवार को राजनीतिक एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर विशेष रूप से जोर देते हुए व्यापक वार्ता की. साथ ही, दोनों देशों ने अपने संबंधों का दर्जा ‘रणनीतिक साझेदारी' के स्तर तक बढ़ा दिया. राष्ट्रपति अल-सीसी के निमंत्रण पर मिस्र का दौरा कर रहे मोदी ने उनके साथ वार्ता की. इस दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्र और विश्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की. मोदी की यात्रा पर प्रेस वार्ता में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि चार सहमति पत्र व समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये हैं, जिनमें भारत और मिस्र के बीच ‘‘सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक'' रणनीतिक साझेदारी भी शामिल है.
क्वात्रा ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति सीसी की इस साल की शुरूआत में हुई भारत यात्रा के बाद दोनों नेताओं ने यह वार्ता की, जिस दौरान दोनों नेताओं (मोदी और अल-सीसी) ने द्विपक्षीय सहयोग के सभी विषयों पर वार्ता की और क्षेत्र एवं विश्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की.'' उन्होंने कहा, ‘‘यह उन चर्चाओं और बाद में हस्ताक्षर किये गये सहमति पत्रों व समझौतों से स्पष्ट है, जिन पर दोनों नेताओं ने एक राजनीतिक एवं सुरक्षा सहयोग, रक्षा सहयोग, व्यापार एवं निवेश संबंध, वैज्ञानिक और अकादमिक सहयोग बढ़ाने तथा दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर विशेष रूप से जोर दिया.''
विदेश सचिव ने कहा कि रणनीतिक साझेदारी पर समझौते के अलावा, दोनों देशों ने --कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों, स्मारकों एवं पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण, और प्रतिस्पर्धा कानून--पर तीन और समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
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