भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल (Rani Rampal) के लिए ये साल मैदान पर और मैदान के बाहर, दोनों जगह ही शानदार रहा है. रानी की कप्तानी में भारतीय टीम ओंलपिक (Tokyo Olympics)में चौथे स्थान तक पहुंचने में कामयाब रही, जिसे भारतीय महिला हॉकी एक सफलता के तौर पर देखती है. 26 वर्षीय रानी रामपाल को पिछले महीने ही साल 2020 के लिए खेल रत्न पुरस्कार (Khel Ratna award)से सम्मानित किया गया था. सोमवार को उन्हें देश का चौथा सबसे सम्मानित पुरस्कार पद्मश्री (Padma Shri) से सम्मानित किया गया है.
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रानी रामपाल और उनके संघर्ष के दिनों की बहुत कहानियां मीडिया में दिखाई जा चुकी हैं कि कैसे वे एक एक गरीब परिवार से निकलकर भारतीय नेशनल टीम की कप्तान (National Team Skipper)बनी. गुरुवार को रानी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपने पिताजी को धन्यवाद मैसेज लिखा जिन्होंने इनको कामयाब करने के लिए बहुत मेहनत की. उन्होंने ट्विटर पर दो फोटो मिलाकर शेयर की, जिसमें से एक में उनके पिताजी घोड़ा गाड़ी चलाते हुए नजर आ रहे हैं जबकि दूसरी तस्वीर में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं. रानी ने अपनी ट्विटर पोस्ट में कैप्शन दिया है कि 'एक पिता ही ऐसे इंनास होते हैं जो अपने बच्चों को खुद से ज्यादा कामयाब देखना चाहते हैं'.
ट्विटर पर लोगों ने इस पोस्ट को बेहद पसंद किया है और रानी (Rani Rampal) के संघर्ष को सभी ने बहुत सराहा है. रानी ने अपने इंटरव्यू में कई बार बताया है कि कैसे एक समय उनके पास एक हॉकी स्टिक खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे, लेकिन सभी मुसीबतों से लड़ते हुए वे ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की कप्तान हैं. रानी रामपाल बहुत से युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं.
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