World Iodine Deficiency Day 2021: यह दिन 21 अक्टूबर को आयोडीन के पर्याप्त उपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. ताकि उन कारकों को उजागर किया जा सके जो आयोडीन की कमी और उसके परिणामों को जन्म देते हैं. यहां जानें आयोडीन का महत्व, आयोडीन की कमी से क्या होता है, विश्व आयोडीन की कमी दिवस कैसे मनाया जाता है? विश्व आयोडीन की कमी दिवस को वैश्विक आयोडीन कमी विकार (IDD) निवारण दिवस के रूप में भी जाना जाता है. हम सभी जानते हैं कि खनिज और विटामिन हमारे स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी हैं और मनुष्य के शारीरिक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. आयोडीन एक खनिज है जो कुछ फूड्स में पाया जाता है.
आयोडीन क्या है और यह हमारे शरीर के लिए क्यों जरूरी है? | What Is Iodine And Why Is It Important For Our Body?
आयोडीन हमारे शरीर की थायरॉयड ग्रंथि में जमा होता है और एक आवश्यक डायटरी खनिज है. यह हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह थायराइड हार्मोन थायरोक्सिन (टी4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी3) के उत्पादन में मदद करता है. आपको बता दें कि थायरॉइड ग्रंथि के हार्मोन ज्यादातर मानव शरीर की सभी कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं और कोशिकाओं के समुचित विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं. यह प्रोटीन मेटाबॉलिज्म में भी मदद करता है. शरीर की मेटाबॉलिक दर को बढ़ाता है, हड्डियों के विकास और मस्तिष्क के विकास को नियंत्रित करता है. थायराइड हार्मोन कोशिकाओं में प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करते हैं.
आयोडीन की कमी से होने वाला विकार (IDD) क्या है?
जैसा कि नाम से पता चलता है, शरीर में आयोडीन की कमी से गंभीर बीमारी हो सकती है. यह जन्म से पहले शुरू हो सकता है, बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और अक्सर उनके स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकता है. गर्भावस्था के दौरान आयोडीन की एक गंभीर कमी के परिणामस्वरूप मृत जन्म, सहज गर्भपात, जन्मजात असामान्यताएं जैसे क्रेटिनिज्म, मानसिक मंदता आदि हो सकती हैं. जैसा कि हमने ऊपर चर्चा की है, थायराइड हार्मोन, थायरोक्सिन (टी4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी3) के संश्लेषण के लिए आयोडीन की जरूरत होती है.) यह मनुष्यों की सामान्य वृद्धि और विकास के लिए भी जरूरी है.
आयोडीन की कमी से क्या होता है?
- मानसिक मंदता
- घेंघा
- स्टीलबर्थ
- हाइपोथायरायडिज्म
- असामान्य बुद्धि
- न्यूरोमस्कुलर कमजोरी
- दृष्टि, श्रवण और भाषण में दोष
- अंतर्गर्भाशयी मृत्यु आदि.
आयोडीन के स्रोत | Sources Of Iodine
- दूध
- मांस
- समुद्री मछली
- शंख
- अंडे
- अनाज के दाने
- नमक
- दही
- समुद्री सब्जियां
- सब्जियां और फल आदि.
आईडीडी के बारे में डब्ल्यूएचओ क्या कहता है? | What Does The WHO Say About IDD?
डब्ल्यूएचओ 1980 के दशक से दुनिया भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए और आयोडीन की कमी को खत्म करने के लिए काम कर रहा है. इसके लिए डब्ल्यूएचओ राष्ट्रीय नमक आयोडीनीकरण कार्यक्रमों के निर्माण के लिए दिशानिर्देश, तकनीकी उपकरण, कार्यप्रणाली और तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करता है.
यूनिसेफ, आईसीसीआईडीडी (आयोडीन की कमी विकारों के नियंत्रण के लिए अंतर्राष्ट्रीय परिषद), कुछ अंतरराष्ट्रीय और द्विपक्षीय एजेंसियां भी आयोडीन की कमी से निपटने के लिए मिलकर काम कर रही हैं. हम इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकते कि विभिन्न नमक एजेंसियों ने देशों को स्थायी राष्ट्रीय नमक और आयोडीनीकरण कार्यक्रम स्थापित करने में मदद की है.
1993 में आईडीडी को नियंत्रित करने के लिए एक प्राथमिक इंटरवेंशन स्ट्रेटजी जो कि सार्वभौमिक नमक आयोडीनीकरण है, को अपनाया गया था. नमक व्यापक रूप से उपलब्ध है और पूरे साल नियमित रूप से सेवन किया जाता है, इसलिए इसे चुना जाता है और प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष आयोडाइजिंग की लागत भी बेहद कम होती है.
आयोडीन की कमी के बारे में फैक्ट्स | Facts About Iodine Deficiency
- आयोडीन की कमी से बच्चों में संज्ञानात्मक विकास बाधित हो सकता है.
- डब्ल्यूएचओ के मुताबिक करीब 54 देश अभी भी आयोडीन की कमी से जूझ रहे हैं.
- सस्टेनेबल सॉल्ट आयोडाइजेशन प्रोग्राम को मजबूत करने के लिए जरूरी है.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.