Lactose Intolerance क्या है? क्यों होती है ये समस्या, उल्टी, क्रैम्प्स, सूजन और Gas के साथ होते हैं ये खतरनाक नुकसान

Lactose Intolerance: लैक्टेज छोटी आंत से उत्पादित एंजाइम है जो लैक्टोज को पचाने के लिए आवश्यक होता है. लैक्टोज इनटॉलरेंस खतरनाक नहीं है, लेकिन इसके लक्षण परेशान करने वाले हो सकते हैं. यहां हम आपको लैक्टोज इनटॉलरेंस क्यों होता है और इसके नुकसान बता रहे हैं.

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lactose intolerance को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

Disadvantages Of Lactose Intolerance: लैक्टोज इंटॉलरेंस से पीड़ित लोग शुगर (लैक्टोज) को पचा नहीं पाते है. मुख्य रूप से दूध और डेयरी उत्पादों में पाई जाने वाली चीनी. इससे, उन्हें डेयरी प्रोडक्ट खाने या पीने के बाद दस्त, गैस और सूजन होती है. इस स्थिति को लैक्टोज मालएब्जॉब्शन भी कहा जाता है. यह शरीर में लैक्टेज की कमी (Lactase Deficiency) के कारण होता है. लैक्टेज छोटी आंत से उत्पादित एंजाइम है जो लैक्टोज को पचाने के लिए आवश्यक होता है. लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose Intolerance) खतरनाक नहीं है, लेकिन इसके लक्षण परेशान करने वाले हो सकते हैं. यहां हम आपको लैक्टोज इनटॉलरेंस क्यों होता है और इसके नुकसान बता रहे हैं.

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लैक्टोज इंटॉलरेंस के नुकसान | Disadvantages Of Lactose Intolerance

लैक्टोज इनटॉलरेंस में आमतौर पर लैक्टोज से भरपूर फूड्स खाने या पीने के 30 मिनट से दो घंटे बाद इसके नुकसान दिखना शुरू होते हैं. इसमें दस्त मतली, और कभी-कभी उल्टी, पेट में ऐंठन, सूजन, गैस हो सकती है. इसकी गंभीरता सभी लोगों को अलग-अलग होती है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि एक व्यक्ति कितना लैक्टोज सहन कर सकता है. कुछ लोगों बहुत कम मात्रा में लैक्टोज से भरपूर फूड्स के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं जबकि कुछ में बड़ी मात्रा में इसे खाने के बाद लक्षण दिखते हैं.

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कब और क्यों होता है लैक्टोज इंटॉलरेंस?

लैक्टोज इनटॉलरेंस तब होता है जब आपकी छोटी आंत मिल्क शुगर (लैक्टोज) को पचाने के लिए पर्याप्त एंजाइम (लैक्टेज) का उत्पादन नहीं करती. आम तौर पर, लैक्टेज मिल्क शुगर को दो सिंपल शुगर - ग्लूकोज और गैलेक्टोज में बदल देता है - जो इंटेस्टिनल लाइनिंग के जरिए ब्लड स्ट्रीम में अवशोषित हो जाते हैं. जिसके पास लैक्टेज की कमी होती है उनके खाने में मौजूद लैक्टोज संसाधित और अवशोषित होने के बजाय कोलन में चला जाता है. लैक्टोज इंटॉलरेंस तीन प्रकार की होती है. प्राइमरी, सेकेंडरी और कंजेनिटल या डेवलपमेंटल.

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पेट में इन्फेक्शन, लंबे समय तक एंटीबायोटिक दवाएं, अल्सरेटिव कोलाइटिस और कीमोथेरेपी जैसी चीजे लैक्टोज इनटॉलेरेंस होने का खतरा बढ़ा देती है. यदि किसी को भी डेयरी खाद्य पदार्थ खाने के बाद अक्सर लैक्टोज इनटॉलेरेंस के लक्षण महसूस करते हैं, तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए. डॉक्टर इसके इलाज के लिए लैक्टेज एंजाइम टेबलेट देते हैं.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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