जानें क्या है सेप्सिस? लक्षण, कारण, निदान, प्रकार, उपचार

इससे शरीर में सूजन (inflammation) फैल जाती है और कई बार खून में असामान्य थक्के (blood clots) बनने लगते हैं. नतीजा यह होता है कि शरीर के अंगों तक ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे दिल, किडनी या लिवर जैसे अंगों को नुकसान पहुंच सकता है या वे काम करना बंद भी कर सकते हैं.

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जानें क्या है सेप्सिस, किसे हैं इसका खतरा?

What Is Sepsis: सेप्सिस एक ऐसी खतरनाक स्थिति है, जब शरीर किसी इंफेक्शन से लड़ते-लड़ते खुद को ही नुकसान पहुंचाने लगता है. सामान्य तौर पर जब हमें कोई इंफेक्शन होता है, तो हमारा इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) उस संक्रमण से लड़ता है. लेकिन कुछ मामलों में यह सिस्टम हद से ज्यादा एक्टिव हो जाता है और इंफेक्शन के साथ-साथ शरीर के हेल्दी ऊतकों और अंगों पर भी हमला करने लगता है.

इससे शरीर में सूजन (inflammation) फैल जाती है और कई बार खून में असामान्य थक्के (blood clots) बनने लगते हैं. नतीजा यह होता है कि शरीर के अंगों तक ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे दिल, किडनी या लिवर जैसे अंगों को नुकसान पहुंच सकता है या वे काम करना बंद भी कर सकते हैं.

सेप्सिस के 3 स्टेज क्या हैं? (What are the three stages of sepsis?)

इंफेक्शन (Infection):  जब शरीर में किसी बैक्टीरिया या वायरस का इंफेक्शन होता है—जैसे फेफड़ों, पेशाब की थैली या घाव में।

सेप्सिस (Sepsis): जब यह इंफेक्शन फैलने लगता है और शरीर का इम्यून सिस्टम बहुत ज्यादा रिएक्शन देने लगता है, जिससे पूरे शरीर में सूजन और बुखार आ जाता है.

सेप्टिक शॉक (Septic Shock): जब सेप्सिस इतना खतरनाक हो जाता है कि ब्लड प्रेशर बहुत गिर जाता है और दिल, किडनी या लिवर जैसे अंग सही से काम करना बंद कर देते हैं.

यह सेप्सिस की सबसे खतरनाक स्टेज होती है और तुरंत इलाज की जरूरत होती है.

किन लोगों में होता है सेप्सिस का खतरा ज्यादा? (Who does sepsis affect?)

सेप्सिस किसी को भी हो सकता है, लेकिन किसी भी प्रकार के इंफेक्शन, विशेष रूप से बैक्टेरिमिया, से पीड़ित लोगों को इसका खतरा ज्यादा होता है. जैसे-

  • 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में.
  • प्रेग्नेंट महिलाएं.
  • डायबिटीज, मोटापा, कैंसर और किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों में.
  • लो इम्यूनिटी वालों को.
  • शरीर में कोई बड़ा घाव या चोट होना.
  • नवजात बच्चे या छोटे शिशु, जिनकी इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होती.
  • जिन्हें ड्रिप (IV), कैथेटर या सांस लेने की नली (ट्यूब) लगी हो.

सेप्सिस के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of sepsis?)

सेप्सिस आपके शरीर के कई अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसके कई लक्षण हो सकते हैं.

अगर रक्त विषाक्तता (सेप्टिसीमिया) जैसे किसी इंफेक्शन के कारण आपकी यह स्थिति शुरू हुई है, तो आपकी त्वचा पर सेप्सिस के दाने हो सकते हैं. इन दानों के कारण आपकी त्वचा लाल और बेरंगी दिखाई देती है. आपको अपनी स्किन पर छोटे, गहरे लाल रंग के धब्बे दिखाई दे सकते हैं.

सेप्सिस के अन्य सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • मूत्र संबंधी समस्याएं, जैसे पेशाब कम आना या पेशाब करने की तीव्र इच्छा होना
  • लो एनर्जी/कमजोरी
  • हार्ट रेट तेज होना
  • लो ब्लड प्रेशर
  • बुखार या हाइपोथर्मिया (शरीर का तापमान बहुत कम होना)
  • कंपकंपी या ठंड लगना
  • गर्म या चिपचिपी/पसीने वाली त्वचा
  • कंफ्यूजन या बेचैनी
  • हाइपरवेंटिलेशन (तेज सांस लेना) या सांस लेने में तकलीफ
  • बहुत ज्यादा दर्द या बेचैनी

सेप्सिस के क्या कारण हैं? (What causes sepsis?)

बैक्टीरियल इन्फेक्शन सेप्सिस के सबसे आम कारणों में से एक है. फंगल, पैरासाइट, और वायरल इंफेक्शन भी सेप्सिस के कारण हो सकते हैं. आपको सेप्सिस तब हो सकता है जब कोई इंफेक्शन आपके पूरे शरीर में रिएक्शन शुरू कर दे जिससे आपके अंग काम करना बंद कर दें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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