Kidney Stone: इस समय देश के अधिकतर भाग में उमस वाली गर्मी पड़ रही है. बहुत ज्यादा उमस और तापमान सेहत (Health) के लिए कई तरह की परेशानियों का कारण बन जाती है. इस समय बहुत ज्यादा पसीना आने के कारण बॉडी में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है. यह समस्या किडनी में स्टोन ( kidney stone) बनने का मुख्य कारण बनती है. इसके साथ ही खानपान की गलत आदतें, मोटापा, चिंता, तनाव और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण यह समस्या तेजी से बढ़ रही है. किडनी स्टोन के कारणों में जेनेटिक भी अहम है. आजकल किडनी स्टोन के तेज दर्द के कारण बड़ी संख्या में टीनएजर्स और यंग लोग (kidney stone in young people) इमरजेंसी की हालत में अस्पताल पहुंच रहे हैं. आइए जानते हैं युवाओं में किडनी स्टोन की समस्या बढ़ने के क्या कारण है.
युवाओं में किडनी स्टोन की समस्या बढ़ने के कारण (Causes of kidney stone in young people)
बहुत ज्यादा एक्सरसाइज
आजकल यंग लोगों में जिम में एक्सरसाइज करने का चलन बहुत ज्यादा है. इससे उन्हें बहुत ज्यादा पसीना आता है. इसके साथ ही एसी वाले वातावरण में रहने के कारण लोग पानी कम पीते हैं. इन दोनों ही स्थितियों में बॉडी में पानी की कमी होने लगती है. लंबे समय तक ऐसी स्थिति रहने पर किडनी स्टोन की परेशानी शुरू हो सकती है.
यूरिन पर नजर
विशेषज्ञों के अनुसार कठोर एक्सरसाइज करने वालों को पानी पीने के साथ साथ यूरिन पर नजर रखनी चाहिए. हल्के रंग का और साफ यूरिन बॉडी में पानी की मात्रा सही होने का संकेत है. अगर यूरिन का रंग गहरा हो और मात्रा कम हो तो ये बॉडी में डिहाइड्रेशन की संकेत हो सकते हैं.
दो बोतल पानी
विशेषज्ञ अपने साथ दो बोतल पानी लेकर ऑफिस जाने की सलाह देते हैं. इसके साथ ही साइट्रस फ्रूट्स लेना चाहिए. इससे बॉडी में पानी की कमी नहीं होगी. अनावश्यक तनाव और चिंता से दूर रहना चाहिए.
समय समय पर जांच
समय समय पर किडनी की अल्ट्रासाउंड जांच करवाना चाहिए. खासकर जिनके परिवार में किडनी स्टोन की समस्या हो या जिन्हें एक बार यह समस्या हो चुकी हो. इसके साथ ही पीठ में दोनों तरफ दर्द, यूरिन में ब्लड, मतली, उल्टी या यूरिन के समय बर्निंग की समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए. किडनी स्टोन की उपेक्षा से किडनी को फेल होने का खतरा बढ़ सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)